पेट की चर्बी कम करने के लिए भीगे चने कितने फायदेमंद? 99% लोगों में होती कंफ्यूजन, एक्सपर्ट से जान लें सच्चाई

Soaked Gram For Weight Loss: भारत में मोटापे से पीड़ितों की फेहरिस्त लंबी है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले कुछ सालों में देश में इससे पीड़ितों की संख्या और बढ़ेगी. यहां अधिकांश लोगों के पेट पर चर्बी जमा होने लगती है जो ज्यादा घातक है. इससे कई बीमारियां जन्म लेती हैं. ऐसे में आपको हर हाल में अपना वजन कम करना ही होगा. वजन कम करने के लिए डाइट पर लगाम, हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज सबसे ज्यादा जरूरी है. अगर इन तीन चीजों को अपने वश में कर लिया तो समझिए वजन पर पाबंदी लगा ली. ऐसे में अगर आप मोटापे को कम करने की ठान चुके हैं तो हर रोज नाश्ते की शुरुआत भीगे चने से कर सकते हैं. जी हां, चना फलीदार सब्जियां हैं जिसमें पर्याप्त मात्रा में डायट्री फाइबर और कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं.

जब चने को पानी में भिगो दिया जाता है तो यह बेहद औषधिवर्धक हो जाता है. भीगा चना पेट की चर्बी घटाने के साथ ही मेटाबोलिज्म को बूस्ट कर ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने की क्षमता रखता है. अब सवाल है कि आखिर क्या पेट की चर्बी कम करने के लिए भीगे चने खाना फायदेमंद? भीगे चने खाने क्या फायदे हैं? इस बारे में News18 को बता रही हैं डाइट फॉर डिलाइट क्लीनिक नोएडा की डाइटिशियन खुशबू शर्मा-

पेट की चर्बी कैसे गलाते हैं भीगे चने 

एक्सपर्ट के मुताबिक, पेट की चर्बी गलाने के लिए चने का सेवन कर रहे हैं तो आपको भीगे हुए चने खाने चाहिए. बता दें कि, भीगे चने खाने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और वजन घटाने में मदद मिलती है. यही नहीं, इसे खाने से आपका पेट भरा हुआ रहेगा और बार-बार भूख लगने की भी समस्या नहीं होगी.

पेट की चर्बी कम कर सकता चने का पानी

एक्सपर्ट के मुताबिक, 110 ग्राम चने को एक रात भिगोकर रखने के बाद उबाल लें. फिर इसे कूकर में डालकर सीटी लगा लें. अब चने को छान कर पानी अलग कर लें, स्वाद बढ़ाने के लिए इस पानी में काला नमक, पुदीना और जीरा पाउडर मिला कर इसे रोज पिएं. इससे आपके बैली फैट को बर्न करने में आपकी मदद करेगा. सुबह खाली पेट चने का पानी पीने से वज़न तो कम होता ही है साथ ही, यह समग्र स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है.

भीगे चने के कई और फायदे

शुगर लेवल कंट्रोल करे: डाइटिशियन के मुताबिक, भीगे चने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है. इसका मतलब है कि शरीर में इसका एब्जॉर्ब्सन बहुत धीमा होता है. इसमे स्टार्च भी होता है जो डाइजेशन को स्लो करता है. इसलिए यह ब्लड शुगर को तुरंत बढ़ने नहीं देता और इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है.

डाइजेशन बूस्ट करे: भीगे हुए चने में डाइट्री फाइबर होता है, जो आंत में गुड बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाता है. इससे आंत में पाचन की प्रक्रिया धीमी हो जाती है. इससे शुगर का लेवल नहीं बढ़ता है और मेटाबोलिज्म बूस्ट होता है. इसलिए चना डाइजेशन को बूस्ट करता है.

कोलेस्ट्रॉल को लेवल में रखे: एक्सपर्ट के मुताबिक, चने में मौजूद सॉल्यूबल फाइबर टोटल कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल की मात्रा को घटा देता है. इससे हार्ट डिजीज का जोखिम कम हो जाता है.

कैंसर के जोखिम को घटाए: चने के सेवन से कैंसर का जोखिम भी कम हो जाता है. अध्ययन में पाया गया है कि जब आप चना खाते हैं तो इससे बॉडी में शॉर्ट चेन फैटी एसिड बनता है. शॉर्ट चेन फैटी एसिड सेल को बीमार होने और समय से पहले मरने से बचाता है. इस कारण यह कोलोन कैंसर के जोखिम को कम करता है.

हड्डियों को मजबूत बनाए: चने का सेवन हड्डियों को भी मजबूत बनता है. चने में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बोन हेल्थ को मजबूती देते हैं.

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