खरगोन जिले में सावन बीतने को है लेकिन अब तक एक बार भी तेज बारिश नहीं हुई है। जिले में अब तक सिर्फ 12 इंच बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले साल की तुलना में करीब 6 इंच कम है। कुंदा नदी समेत कई स्थानीय जल स्रोत सूखे पड़े हैं। नर्मदा को छोड़कर किसी भी नदी म
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बारिश की कमी के चलते तापमान लगातार 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। इसका सीधा असर फसलों पर पड़ रहा है। पथरीली और कम मिट्टी वाली जमीन में दोपहर के समय फसलें मुरझा रही हैं। किसान रमन पटेल का कहना है कि यदि जल्द तेज बारिश नहीं हुई तो फसलें खराब हो सकती हैं।
मौसम विभाग ने जताई सिर्फ लोकल बारिश की संभावना मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्रदेश में टर्फ लाइन बनी हुई है, लेकिन खरगोन जैसे पश्चिमी जिलों में ज्यादा असर नहीं दिख रहा। यहां केवल स्थानीय गतिविधियों से हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
कम बारिश वाले जिलों में शामिल हुआ खरगोन प्रदेश के जिन पांच जिलों में इस बार सबसे कम बारिश हुई है, उनमें खरगोन, इंदौर, बड़वानी, खंडवा और बुरहानपुर शामिल हैं। पिछले साल इस समय तक खरगोन में 18 इंच के आसपास बारिश हो चुकी थी, लेकिन इस बार अब तक 12 इंच ही हो पाई है। किसानों और ग्रामीणों को अब अच्छी बारिश का इंतजार है।
