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प्रकृति ने हमें अनगिनत औषधीय पौधों का उपहार दिया है, जिनका आयुर्वेद में विशेष महत्व माना जाता है. इन्हीं में से एक है ब्राह्मी जड़ी-बूटी, जो न सिर्फ दिमाग को तरोताजा और स्मरणशक्ति को बेहतर बनाती है बल्कि हृदय से जुड़ी कई बीमारियों को दूर करने में भी कारगर साबित होती है. आइए जानते है इसके फायदे…

वर्तमान समय की बात करें तो काफी ऐसे लोग हैं जिन्हें भूलने की समस्याएं देखने को मिलती हैं. जिस तरह से वर्कलोड बढ़ता जा रहा है उसमें कहीं ना कहीं टेंशन के वजह से लोगों को भूलने की बीमारी हो जाती है. इसके लिए वे विभिन्न प्रकार की दवाइयों का उपयोग भी करते हैं. जबकि अगर प्रकृति की बात की जाए तो उसने विभिन्न प्रकार के ऐसे औषधीय पेड़-पौधे उपलब्ध कराए हैं जिनका उपयोग करते हुए हम हर तरह की समस्या का समाधान कर सकते हैं,

कुछ इसी तरह का उल्लेख प्रकृति द्वारा उपलब्ध कराई गई ब्राह्मी जड़ी-बूटी में भी देखने को मिलता है. इसमें ऐसे विभिन्न औषधीय गुण पाए जाते हैं जो बीमारियों को दूर करने में काफी सक्षम माने जाते हैं. यह दावा हमारे नहीं बल्कि आयुर्वेदिक पौधों की एक्सपर्ट डॉ. मीनू गुप्ता का है. उन्होंने बताया कि ब्राह्मी जड़ी-बूटी आयुर्वेद में काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है और साथ ही होम्योपैथिक दवाइयों में भी इसका उपयोग किया जाता है.

डॉ. मीनू गुप्ता ने लोकल-18 की टीम से खास बातचीत में बताया कि जिस तरह लोग हरे धनिये की पत्तियों को तोड़कर उसका उपयोग करते हैं, उसी तरह अगर आपके घर में ब्राह्मी जड़ी-बूटी मौजूद है तो उसकी पत्तियों को तोड़कर उसका पाउडर तैयार किया जा सकता है.

इसके बाद इसके पाउडर का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है ताकि याददाश्त को बेहतर बनाया जा सके. साथ ही, डॉ. मीनू गुप्ता ने बताया कि वर्तमान समय में हार्टअटैक की संभावनाएं भी काफी बढ़ रही हैं. ऐसे में ब्राह्मी जड़ी-बूटी की भूमिका भी महत्वपूर्ण मानी जाती है.

ब्राह्मी जड़ी-बूटी में ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जो ह्रदय को स्वस्थ रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इसके लिए आप इसकी पत्तियों को पीसकर उसमें तुलसी के पत्ते मिलाएं और शहद के साथ प्रतिदिन एक चम्मच सेवन करें. इससे न केवल आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा बल्कि हार्ट अटैक की संभावनाएं भी काफी कम हो जाएंगी.

उन्होंने बताया कि युवाओं में अक्सर बोर्ड एग्जाम के दौरान तनाव और अन्य प्रकार की परेशानियों की शिकायतें रहती हैं. ऐसे में यदि वे परीक्षाओं से लगभग एक महीने पहले ब्राह्मी जड़ी-बूटी का उपयोग करना शुरू कर दें, तो बोर्ड परीक्षाओं के दौरान उत्पन्न होने वाली समस्याओं का भी समाधान हो सकता है.

अक्सर परीक्षा के दौरान जैसे ही पेपर उनके सामने आता है, छात्र पढ़ते-पढ़ते कई बार उत्तर भी भूल जाते हैं. ऐसे में यदि युवा ब्राह्मी जड़ी-बूटी का नियमित उपयोग शुरू कर दें, तो भूलने की समस्या कम होगी और वे पेपर अच्छे से हल करके अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं. डॉ. मीनू गुप्ता के अनुसार, अगर जड़ी-बूटी का चयन करने में कोई कठिनाई हो, तो बाजार में ब्राह्मी जड़ी-बूटी का पाउडर भी आसानी से उपलब्ध है.

ब्राह्मी जड़ी-बूटी का उपयोग भी आप तैयार पाउडर के रूप में कर सकते हैं, जिसमें इसके इस्तेमाल का पूरा विवरण उपलब्ध होता है. ध्यान रखें कि प्रत्येक औषधि का सेवन वजन और आयु के अनुसार ही करना चाहिए. इसलिए इसके उपयोग से पहले किसी विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से सलाह लेना जरूरी है. ऐसा करने से आपको इसका पूरा लाभ मिलेगा. क्योंकि कई बार सीमित मात्रा से अधिक मात्रा में सेवन करने पर नुकसान भी हो सकता है.
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