आईजी चंबल के ऑफिस में शिकायत लेकर पहुंचे फरियादी दीपक तिवारी।
दतिया जिले की अतरेटा रेत खदान दिलाने का झांसा देकर ग्वालियर के व्यापारी दीपक तिवारी से 50 लाख रुपए ऐंठने वाले अब तक नहीं पकड़े गए हैं। फिरोजाबाद की वेदांत मिनिरल रिर्सोसेज एलएलपी कंपनी के संचालकों ने 6 साल पहले (2019) धोखाधड़ी की थी। बुधवार को फरियादी
.
तिवारी ने यह भी कहा कि एक आरोपी के भाई प्रशासनिक अधिकारी हैं, जो उन्हें बचा रहे हैं। फरियादी ने बताया कि इस मामले में आरोपियों राहुल गुप्ता, प्रशांत दुबे, शशिकांत चौहान के खिलाफ भिंड जिले के मौ थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। इसके अलावा कंपनी के संचालकों पर ग्वालियर के कोतवाली और गोला का मंदिर थाने में भी धोखाधड़ी के अपराध दर्ज हैं।
अब समझते हैं पूरा घटनाक्रम
दीपक तिवारी व्यापारी हैं और भिंड के मौ थाना क्षेत्र अंतर्गत गोलंबर में रहते हैं। साल 2019 में उनकी पहचान फिरोजाबाद के वेदांश मिनिरल रिर्सोसेज एलएलपी कंपनी के संचालक राहुल गुप्ता, प्रशांत दुबे, शशिकांत चौहान से हुई थी। उन्होंने दीपक को दतिया जिले की अतरेटा रेत खदान का ऑफर दिया था। डील के लिए 50 लाख रुपए मांगे थे। दीपक ने कंपनी के संचालकों को मौ स्थित अपने घर बुलाया और पूरी बात तय करने के बाद 50 लाख रुपए दे दिए।
दीपक रुपए देने के बाद खदान मिलने का इंतजार करते रहे। जब खदान नहीं मिली, तो उन्होंने कंपनी के संचालकों से रुपए वापस मांगे। आरोपियों ने रुपए वापस नहीं किए, तो 18 जुलाई 2019 को दीपक मौ थाने पहुंचे और कंपनी के संचालकों एवं अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया। इनमें से एक आरोपी प्रशांत दुबे पर दतिया पुलिस से 5 हजार का इनाम भी घोषित किया है। आईजी एवं डीआईजी ने फरियादी को कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
फरियादी का आरोप-आरोपी के भाई बचा रहे
दीपक तिवारी ने आईजी-डीआईजी को बताया कि आरोपी राहुल गुप्ता के भाई मुकुल गुप्ता प्रशासनिक अधिकारी हैं। वे आरोपियों को गिरफ्तार होने से बचा रहे हैं। मामले में मुकुल गुप्ता से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि वे किसी राहुल गुप्ता को नहीं जानते हैं और न ही वह उनका भाई है।
.