जबलपुर में 1 महीने में 3 पतियों ने सुसाइड किया: कोई फांसी पर लटका तो किसी ने जहर खाकर दी जान; पत्नी, पैसा और अफेयर बनी वजह – Jabalpur News

एमपी के जबलपुर में पिछले एक महीने के भीतर पत्नियों की प्रताड़ना से 3 पतियों ने आत्महत्या कर ली। हर केस के पीछे पत्नी और उसके परिवार की प्रताड़ना या फिर अफेयर की वजह सामने आई। आत्महत्या करने वाले युवकों में मयंक शर्मा, नीरज और अरुण दुबे शामिल हैं। तीन

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सिलसिलेवार समझें पतियों की आत्महत्या और उसके पीछे की वजह….

केस-1: पत्नी पर 20 लाख मांगने का आरोप

15 जुलाई 2025 को माढ़ोताल थाना क्षेत्र में आईटीआई के पास रहने वाले 40 वर्षीय अरुण दुबे ने खुद पर डीजल डालकर आग लगा ली थी। शुरुआत में यह मामला संदिग्ध लग रहा था, लेकिन बाद में पुलिस को अरुण का सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा था कि उसकी पत्नी प्रिया और ससुराल वाले उस पर 20 लाख रुपए देने का दबाव बना रहे थे।

अरुण दुबे प्राइवेट जाॅब करता था। उसकी पत्नी और ससुराल वाले 20 लाख रुपए की मांग कर रहे थे।

परिवार से अलग रहना चाहती थी प्रिया

अरुण दुबे प्राइवेट नौकरी करता था। प्रिया से 8 साल पहले उसकी शादी हुई थी। उनकी एक बेटी भी है। अरुण का पैतृक घर और थोड़ी जमीन माढ़ोताल में थी। पत्नी और ससुराल वाले लगातार दबाव डालते थे कि वह जमीन बेचकर अलग से मकान बनाए। प्रिया अपने सास-ससुर के साथ नहीं रहना चाहती थी।

शादी के बाद से ही सास-ससुर को लेकर अरुण और प्रिया के बीच विवाद बढ़ने लगा। हालात बिगड़े तो अरुण पत्नी को लेकर आईटीआई के पास किराए के मकान में रहने लगा। लेकिन यहां भी दोनों के बीच तनाव कम नहीं हुआ। प्रिया की मां और भाई अक्सर घर आकर दबाव बनाते कि कब तक किराए पर रहोगे, जमीन बेचकर नया मकान खरीद लो। इस विवाद के चलते अरुण ने अपने ऊपर डीजल डालकर आत्महत्या कर ली।

पूछताछ में पत्नी ने जुर्म स्वीकारा

घटना के बाद माढ़ोताल थाना प्रभारी नीलेश दोहरे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। पूछताछ में परिवार और पड़ोसियों ने कहा कि जिस समय हादसा हुआ, अरुण घर पर अकेले थे। शुरुआती जांच में कोई ठोस सुराग नहीं मिला।

कुछ दिन बाद जब पुलिस ने अरुण के घर की तलाशी ली तो वहां से सुसाइड नोट मिला। इसमें आत्महत्या की असली वजह सामने आई। नोट के आधार पर पुलिस ने सबसे पहले पत्नी प्रिया को हिरासत में लिया। कड़ाई से पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि मां और भाइयों के साथ मिलकर वह अरुण पर लगातार दबाव बना रही थी कि जमीन बेचकर अलग से नया घर खरीदे।

इसके बाद पुलिस ने प्रिया, उसके तीनों भाई राकेश, दिनेश और सौरभ के साथ ही हनुमानताल निवासी जगदीश सोनी को गिरफ्तार कर लिया। जबकि सास रेखा केशरवानी फिलहाल फरार है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।

केस-2: ससुराल से थी पैसों की डिमांड

24 जुलाई 2025 को आधारताल निवासी 35 वर्षीय नीरज ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। चार माह पहले उसकी शादी पिंकी नाम की युवती से हुई थी। नीरज के परिजनों ने बताया कि शादी के बाद से ही पिंकी और उसके परिवार वाले पैसों की डिमांड करते थे। नीरज को शक था कि पिंकी किसी और से फोन पर बात करती है। जब उसने आपत्ति जताई तो पिंकी मायके चली गई। उसी रात नीरज ने जहर खा लिया।

नीरज का चार माह पहले विवाह हुआ था। पत्नी के परिवार वाले उससे पैसों की मांग करते थे।

नीरज का चार माह पहले विवाह हुआ था। पत्नी के परिवार वाले उससे पैसों की मांग करते थे।

केस-3: पत्नी के लव अफेयर की वजह से सुसाइड

28 जून 2025 को घमापुर में रहने वाले 32 वर्षीय मयंक शर्मा ने फांसी लगाकर जान दे दी। मरने से पहले छोड़े सुसाइड नोट में उसने पत्नी दीक्षा और उसके संजय साहू नाम के व्यक्ति से अफेयर का जिक्र किया। मयंक ने लिखा कि जब उसने पत्नी से विरोध किया तो दीक्षा ने पूरे परिवार पर घरेलू हिंसा का केस लगाने की धमकी दी, जिससे परेशान होकर उसने यह कदम उठाया।

घमापुर निवासी मयंक शर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मयंक ने सुसाइड से पहले वॉट्सऐप स्टेटस में इसकी वजह लिखी थी।

घमापुर निवासी मयंक शर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मयंक ने सुसाइड से पहले वॉट्सऐप स्टेटस में इसकी वजह लिखी थी।

सभी केस के आरोपी गिरफ्तार

माढ़ोताल, आधारताल और घमापुर में हुई तीनों आत्महत्या की वारदातों में आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि अरुण दुबे ने प्रताड़ना से तंग आकर डीजल डालकर आत्महत्या की थी। सुसाइड नोट मिलने के बाद पूरी सच्चाई सामने आ गई। उन्होंने कहा कि मयंक और नीरज के मामलों में भी जांच पूरी कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

शादी के बाद पुराने रिश्तों से हो रहे विवाद

जबलपुर हाईकोर्ट एडवोकेट पंकज दुबे का कहना है कि पिछले कुछ सालों में ऐसे मामलों में इजाफा हुआ है, जहां पति पत्नी की प्रताड़ना से आत्महत्या कर रहे हैं। उनका कहना है कि कानून महिलाओं के प्रति अधिक संवेदनशील है, इसलिए पत्नी या उसके परिवार की ओर से लगाए गए आरोपों को अक्सर तुरंत सही मान लिया जाता है।

पंकज दुबे के मुताबिक आज की पीढ़ी में कई बार विवाह के बाद भी महिलाएं अपने पुराने दोस्तों या रिश्तों से जुड़ी रहती हैं। जब पति को इस बारे में पता चलता है तो विवाद शुरू होता है और मामला शिकायत से होते हुए पुलिस तक पहुंच जाता है।

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