देश में UPI से हर दिन ₹90,000 करोड़ का लेनदेन: अगस्त में रोज 67 करोड़ ट्रांजैक्शन; महाराष्ट्र के लोग सबसे ज्यादा UPI पेमेंट कर रहे

नई दिल्ली42 मिनट पहले

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SBI की रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त में UPI ट्रांजैक्शन्स की डेली एवरेज वैल्यू 90,446 करोड़ रुपए से पहुंच गया। 

देश में UPI से रोजाना ₹90,000 से ज्यादा का लेनदेन हो रहा है। SBI की रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त में UPI ट्रांजैक्शन्स की डेली एवरेज वैल्यू 90,446 करोड़ रुपए पहुंच गई।

ये आंकड़ा जनवरी 2025 में 75,743 करोड़ रुपए था। वहीं जुलाई में लेनदेन की वैल्यू 80,919 करोड़ रुपए रही। ये बढ़ोत्तरी देश की कैशलेस इकोनॉमी और डिजिटल लेन-देन में तेजी का संकेत है।

हर दिन 67 करोड़ बार UPI से लेनदेन

UPI ट्रांजैक्शन्स का वॉल्यूम भी तेजी से बढ़ रहा है। जनवरी 2025 में रोजाना औसतन 548 मिलियन (54.8 करोड़) ट्रांजैक्शन होते थे, जो अगस्त में बढ़कर 675 मिलियन (67.5 करोड़) हो गए हैं।

महाराष्ट्र में UPI का उपयोग सबसे ज्यादा

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के राज्यवार UPI डेटा के मुताबिक UPI यूजर की संख्या में महाराष्ट्र नंबर-1 रहा है। जुलाई में महाराष्ट्र की UPI ट्रांजेक्शन में हिस्सेदारी 9.8%। कर्नाटक ने 5.5% और उत्तर प्रदेश ने 5.3% हिस्सा लिया।

भारत डिजिटल पेमेंट में दुनिया में नंबर-1

भारत ने फास्ट और सिक्योर डिजिटल पेमेंट सेक्टर में दुनिया में पहला स्थान हासिल कर लिया है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) की बदौलत भारत ने डिजिटल ट्रांजैक्शन में यह मुकाम हासिल किया है।

2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा शुरू किया गया UPI आज देश में पैसे के लेन-देन का सबसे आसान और पॉपुलर तरीका बन चुका है। UPI की मदद से लोग एक ही मोबाइल एप से अपने कई बैंक अकाउंट को जोड़ सकते हैं और कुछ ही सेकेंड में सुरक्षित, कम लागत वाले लेनदेन कर सकते हैं।

NPCI के अनुसार, UPI से हर महीने 1,800 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन होते हैं। जून 2025 में UPI ने 1,839 करोड़ ट्रांजैक्शन के साथ 24.03 लाख करोड़ रुपए का कारोबार किया, जो पिछले साल जून 2024 के 1,388 करोड़ ट्रांजैक्शन की तुलना में 32% की ग्रोथ को दर्शाता है।

UPI कैसे काम करता है?

UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है।

अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्‍मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।

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