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AIIMS operation Waiting: देश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान एम्स में ऑपरेशन की इतनी लंबी लाइनें लगी है कि आज किसी को ऑपरेशन की जरूरत हो तो उसे एम्स में दो साल तक वेटिंग करनी होगी. यह बात खुद सरकार ने कही है.
हाइलाइट्स
- एम्स में सर्जरी के लिए 2 सालों तक का लंबा इंतजार करना पड़ सकता है.
- हार्ट और न्यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट में सबसे ज्यादा इंतजार करना पड़ता है.
- हालांकि गंभीर मामलों में कुछ विभागों में तुरंत सर्जरी करने का प्रावधान है.
किस विभाग में कितनी वेटिंग
राज्यसभा मं पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने बताया कि सामान्य सर्जरी के लिए एम्स नई दिल्ली में दो महीने तक का इंतजार करना पड़ रहा है जबकि स्त्री रोग विभाग में कैंसर से संबंधित मामलों के लिए प्रतीक्षा अवधि तीन महीने तक हो सकती है. वहीं गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल सर्जरी में गंभीर मामलों को प्राथमिकता दी जाती है, इसलिए इस डिपार्टमेंट सर्जरी की अधिकतम वेटिंग तीन से छह महीने तक हो सकती है. प्रतापराव जाधव ने संसद में कहा, कार्डियो-थोरेसिक-वैस्कुलर सर्जरी और न्यूरोसर्जरी में नियोजित प्रक्रियाओं के लिए प्रतीक्षा अवधि भारी मरीजों की संख्या के कारण दो साल तक हो सकती है. फिलहाल देश के इस प्रमुख अस्पताल में जिन मरीजों की सर्जरी होनी है उनमें कार्डियो-थोरेसिक-वैस्कुलर सर्जरी के लिए 690, न्यूरोसर्जरी के लिए 1,324, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के लिए 305 और कोक्लियर इम्प्लांट सर्जरी के लिए 28 मरीज प्रतीक्षा सूची में हैं.
सरकार ने संसद में दिए अपने जवाब में यह भी बताया कि कई गंभीर मामलों में अधिकतम 1 से ज्यादा साल तक की वेटिंग नहीं दी जाती है. हार्ट से पीड़ित किसी भी मरीज को एक वर्ष से अधिक प्रतीक्षा की सर्जरी की तिथि नहीं दी गई है. वहीं अंतिम चरण की किडनी रोग (एंड-स्टेज किडनी डिज़ीज़) से पीड़ित, जिनके पास किडनी डोनर मौजूद हैं, ऐसे किसी भी मरीज को भी एक वर्ष से अधिक की प्रतीक्षा तिथि नहीं दी गई है. सरकार ने कहा, लीवर ट्रांसप्लांट के मामलों में सर्जरी डोनर की उपलब्धता पर निर्भर करती है. इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को कुछ विभागों में बिना किसी इंतजार के सर्जरी की सुविधा दी जा रही है.
इन डिपार्टमेंट में कोई वेटिंग नहीं
जारी रिपोर्ट के अनुसार आई, ईएनटी, पीडियाट्रिक, बर्न्स एंड प्लास्टिक, यूरोलॉजी और डेंटल विभाग में गंभीर मरीजों को तुरंत सर्जरी मिल रही है. यह भी स्पष्ट किया गया है कि हार्ट की बीमारियों से जूझ रहे किसी भी मरीज को एक साल से ज्यादा बाद की सर्जरी की तारीख नहीं दी गई है. हालांकि जाधव ने बताया कि एम्स दिल्ली में नेत्र रोग (ऑफ्थाल्मोलॉजी), ईएनटी, बाल रोग, जलने व प्लास्टिक सर्जरी, यूरोलॉजी और डेंटल विभाग में गंभीर इलाज कराने वाले मरीजों को सर्जरी के लिए किसी प्रतीक्षा अवधि का सामना नहीं करना पड़ता.
Excelled with colors in media industry, enriched more than 18 years of professional experience. L. Narayan contributed to all genres viz print, television and digital media. He professed his contribution in the…और पढ़ें
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