ज्यादा देर तक स्क्रीन पर रहते हैं तो आंख ही नहीं… बढ़ेगी ये दिक्कत, महिलाएं जरूर पढ़ें ये खबर

आज का समय डिजिटल हो चुका है. घर बैठे शॉपिंग, बच्चों की ऑनलाइन क्लास, ऑफिस का वर्क फ्रॉम होम, वेब सीरीज, सोशल मीडिया, हेल्थ ऐप्स और इंटरनेट ब्राउजिंग ये सब कुछ स्क्रीन पर ही निर्भर है. महिलाएं अब घर के काम के साथ-साथ मोबाइल या लैपटॉप पर भी घंटों बिताने लगी हैं. चाहे गृहिणी हों या वर्किंग वुमन, सभी का स्क्रीन टाइम काफी बढ़ गया है. लेकिन कई महिलाएं ये नहीं जानतीं कि स्क्रीन के सामने ज़्यादा समय बिताना सिर्फ आंखों के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है.

मोबाइल, लैपटॉप या टीवी से निकलने वाली ‘ब्लू लाइट’ आंखों की सेहत पर सीधा प्रभाव डालती है. इससे आंखों में जलन, सूखापन, पानी आना, सिरदर्द, धुंधलापन और थकावट जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. लगातार स्क्रीन पर देखने से ‘डिजिटल आई स्ट्रेन’ जैसी स्थिति बनती है, जिसमें आंखों को ठीक से फोकस करने में दिक्कत होती है. लंबे समय तक यही स्थिति बनी रही तो मोतियाबिंद, रेटिना डैमेज और आंखों की रोशनी कमजोर होने का खतरा रहता है. खासतौर पर 30 की उम्र के बाद यह असर और जल्दी दिखने लगता है.

मानसिक तनाव, हार्मोनल गड़बड़ी और नींद की कमी
कई रिसर्च से यह बात सामने आई है कि स्क्रीन टाइम बढ़ने से महिलाओं में तनाव, चिड़चिड़ापन, और एकाग्रता की कमी देखी जाती है. मोबाइल की नीली रोशनी दिमाग के ‘मेलाटोनिन’ हार्मोन को बाधित करती है, जिससे नींद की गुणवत्ता गिरती है. महिलाएं जो देर रात तक मोबाइल या टीवी देखती हैं, उन्हें नींद की कमी, अनियमित पीरियड्स, थकान और पीसीओडी जैसी समस्याएं अधिक होती हैं. लगातार तनाव में रहने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है और महिलाओं को एंग्जायटी, माइग्रेन और लो एनर्जी जैसी समस्याएं होने लगती हैं.

बॉडी पॉश्चर और मेटाबॉलिज्म पर भी बुरा असर
स्क्रीन के सामने घंटों बैठने से शरीर का पॉश्चर बिगड़ जाता है. गर्दन झुकी हुई स्थिति में मोबाइल चलाना या बेड पर लेटे-लेटे लैपटॉप चलाना कमर, पीठ और कंधों में दर्द पैदा करता है. लंबे समय तक फिजिकल इनएक्टिविटी रहने से शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है, जिससे मोटापा, डायबिटीज और बीपी जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ता है. महिलाएं जो घरेलू कामकाज के साथ खुद को डिजिटल वर्ल्ड में जोड़े रखती हैं, उन्हें नियमित रूप से ब्रेक लेना और शरीर को स्ट्रेच करना बहुत जरूरी है.

कुछ जरूरी बदलावों से बच सकती हैं बड़ी बीमारियां
अगर आप भी ज्यादा समय स्क्रीन पर बिताती हैं, तो कुछ हेल्दी आदतें अपनाकर इन दिक्कतों से बचा जा सकता है. सबसे जरूरी है, हर 20 मिनट पर आंखों को 20 फीट दूर किसी चीज़ पर 20 सेकंड तक फोकस करना (20-20-20 रूल). मोबाइल या लैपटॉप में ब्लू लाइट फिल्टर का इस्तेमाल करें. सोने से कम से कम एक घंटे पहले स्क्रीन देखना बंद कर दें. आंखों के लिए विटामिन ए, सी, ई और ओमेगा-3 से भरपूर आहार लें. साथ ही, आंखों की एक्सरसाइज करें, दिन में दो बार आंखों पर ठंडे पानी के छींटे डालें और हर एक घंटे बाद उठकर थोड़ा चलें-फिरें. ये छोटे-छोटे कदम आपकी आंखों और संपूर्ण स्वास्थ्य को लंबे समय तक सुरक्षित रखने में मदद करेंगे.

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