क्या कॉकरोच काटता है?
खंडवा के वरिष्ठ डॉक्टर डॉ. अनिल पटेल बताते हैं कि “कॉकरोच एक सर्वभक्षी कीड़ा है. जब घर में अंधेरा होता है और इंसान गहरी नींद में होता है, तो यह कीड़ा नर्म त्वचा वाले हिस्सों जैसे कि होंठ, गर्दन, हाथ की अंगुलियां, पैर या कान जैसी जगहों को काट सकता है. ये काटने की क्रिया आमतौर पर तब होती है जब शरीर पर खाना या मिठास का अंश रह जाता है.”
डॉ. अनिल पटेल बताते हैं कि जब तिलचट्टा काटता हैं तो शरीर में निम्न लक्षण दिख सकते हैं:
1. तेज खुजली और जलन: काटे गए स्थान पर अचानक खुजली होने लगती है, जो धीरे-धीरे जलन में बदल सकती है.
2. लालिमा और सूजन: त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ सकते हैं, जो बाद में फूल जाते हैं.
3. छाले या फफोले: कुछ लोगों की त्वचा पर तिलचट्टा काटने से फफोले भी बन सकते हैं.
4. एलर्जी रिएक्शन: जिनकी त्वचा सेंसिटिव होती है, उन्हें बुखार, चक्कर या सांस लेने में तकलीफ तक हो सकती है.
5. संक्रमण का खतरा: तिलचट्टा गंदगी से भरा होता है. उसके काटने से टाइफाइड, साल्मोनेला, डायरिया जैसी बीमारियों के बैक्टीरिया त्वचा में घुस सकते हैं.
कॉकरोच काटने पर क्या करें?
डॉ. अनिल पटेल के अनुसार यदि आपको लगता है कि किसी कीड़े ने काटा है और खुजली, जलन या सूजन हो रही है तो निम्न उपाय तुरंत करें:
1. साफ पानी से धोएं: सबसे पहले काटे गए स्थान को एंटीसेप्टिक साबुन और पानी से अच्छी तरह धो लें.
2. बर्फ का प्रयोग करें: सूजन और जलन कम करने के लिए बर्फ का टुकड़ा रखें.
3. एलर्जी क्रीम या ऑइंटमेंट लगाएं: डॉक्टर द्वारा सुझाई गई हाइड्रोकॉर्टिज़ोन क्रीम या एंटी-एलर्जिक क्रीम लगाएं.
3. एंटीहिस्टामिन दवा लें: खुजली ज्यादा हो तो डॉक्टर की सलाह से एंटीहिस्टामिन टैबलेट ले सकते हैं.
4. संक्रमण हो तो डॉक्टर को दिखाएं: यदि दो-तीन दिन में आराम न मिले या फोड़ा बनने लगे तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें.
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