अगर इस महीने में हुआ है आपका जन्म, तो डिप्रेशन का खतरा सबसे ज्यादा, नई स्टडी में हुआ खुलासा

Last Updated:

Depression and Birth Season: एक हालिया स्टडी में खुलासा हुआ है कि गर्मियों में पैदा होने वाले पुरुषों को अपने जीवनकाल में डिप्रेशन का खतरा ज्यादा होता है. वैज्ञानिकों की मानें तो महिलाओं में इस तरह के खतरे नहीं…और पढ़ें

गर्मियों में पैदा होने वाले पुरुषों को डिप्रेशन का रिस्क ज्यादा होता है.

हाइलाइट्स

  • गर्मी में जन्मे पुरुषों में डिप्रेशन का खतरा ज्यादा.
  • महिलाओं में डिप्रेशन का कोई सीजनल पैटर्न नहीं.
  • डिप्रेशन के मामले युवाओं में गंभीर होते जा रहे हैं.
How Birth Month Affect Mental Health: डिप्रेशन मेंटल हेल्थ से जुड़ी एक गंभीर समस्या है. इसकी वजह से लोगों की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित होती है. डिप्रेशन ज्यादा बढ़ जाए तो लोग सुसाइड जैसे घातक कदम भी उठा लेते हैं. डिप्रेशन की कई वजह होती हैं, जिनमें बायोलॉजिकल, साइकोलॉजिकल, सोशल और लाइफस्टाइल फैक्टर्स शामिल होते हैं. डिप्रेशन पुरुष और महिलाओं दोनों को प्रभावित करता है. कनाडा में की गई एक हालिया रिसर्च में डिप्रेशन को लेकर बेहद चौंकाने वाली बात सामने आई है. इसमें पता चला है कि गर्मियों में पैदा होने वाले पुरुषों को डिप्रेशन का खतरा ज्यादा होता है.

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा की क्वांटलन पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह स्टडी की है. इसमें यह जानने की कोशिश की गई कि किसी व्यक्ति का जन्म किस मौसम में हुआ है, क्या इसका असर उसकी मेंटल हेल्थ पर पड़ता है? इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने पाया कि गर्मियों में जन्मे पुरुषों में डिप्रेशन के लक्षण ज्यादा पाए गए, जबकि महिलाओं में ऐसा कोई विशेष पैटर्न नहीं दिखा. यह अध्ययन जन्म के शुरुआती माहौल को बाद के मानसिक स्वास्थ्य से जोड़ता है. जन्म के शुरुआती माहौल में रोशनी, तापमान और गर्भावस्था के दौरान मां का स्वास्थ्य जैसे फैक्टर्स शामिल होते हैं.
इस अध्ययन में वैंकूवर की कई यूनिवर्सिटी से 303 प्रतिभागियों को शामिल किया गया, जिनमें 106 पुरुष और 197 महिलाएं थीं. इन प्रतिभागियों की औसत उम्र 26 साल थी और वे अलग-अलग बैकग्राउंट से आए थे. इसमें 31.7% साउथ एशियन, 24.4% गोरे और 15.2% फिलीपीनो थे. प्रतिभागियों को उनके जन्म के मौसम के आधार पर 4 ग्रुप्स में बांटा गया – वसंत (मार्च- मई), गर्मी (जून-अगस्त), पतझड़ (सितंबर- नवम्बर) और सर्दी (दिसंबर- फरवरी). स्टडी में यह पाया गया कि प्रतिभागियों में मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं काफी कॉमन थीं.

स्टडी में शामिल 84% लोगों में डिप्रेशन के लक्षण और 66% में एंजायटी के लक्षण पाए गए. यह आंकड़े दिखाते हैं कि युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं गंभीर होती जा रही हैं, चाहें उनका जन्म किसी भी मौसम में क्यों न हुआ हो. हालांकि इस स्टडी में यह भी पाया गया कि डिप्रेशन के मामले गर्मी में जन्मे पुरुषों में अधिक थे. PHQ-9 स्केल पर गर्मी के मौसम में जन्मे 78 पुरुषों को मिनिमल, माइल्ड, मॉडरेट, मॉडरेटली सीवियर और सीवियर डिप्रेशन की कैटेगरी में रखा गया. हालांकि महिलाओं में ऐसा कोई सीजनल पैटर्न नहीं मिला और न ही एंजायटी के मामले किसी खास मौसम से जुड़े पाए गए.

अमित उपाध्याय

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें

homelifestyle

अगर इस महीने में हुआ है आपका जन्म, तो डिप्रेशन का खतरा सबसे ज्यादा, जानें कैसे

Source link

Share me..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *