How To Control Blood Pressure: आजकल की अनहेल्दी लाइफस्टाइल में बीपी का बढ़ना या कम होना आम हो चुका है. 2023 के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में 30-79 वर्ष की आयु के लगभग 1.28 अरब वयस्क उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन से पीड़ित हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यूएचओ ) के अनुसार, उच्च रक्तचाप से पीड़ित अनुमानित 46% वयस्कों को इस बात का पता ही नहीं है कि उन्हें यह समस्या है. हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण सामान्य होने के चलते इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है. डॉक्टर्स की मानें तो, ब्लड प्रेशर का स्पाइक होना या फिर लो होना दोनों ही नुकसानदायक हैं. अगर समय रहते
ब्लड प्रेशर कंट्रोल न किया जाए तो दिल के साथ दिमाग पर भी बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए बीपी का कंट्रोल में रहना बेहद जरूरी है. अब सवाल है कि उच्च रक्तचाप क्या है? क्या हैं इसके लक्षण? उच्च रक्तचाप कंट्रोल करने के लिए क्या करें? इस बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दे रहे हैं अमेरिकी हृदय शल्य चिकित्सक
डॉ. जेरेमी लंदन-
उच्च रक्तचाप क्या है?
एक्सपर्ट के मुताबिक, उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी स्थिति है जब रक्त वाहिकाओं में दबाव बहुत अधिक (140/90 mmHg या अधिक) हो जाता है. अगर इसका इलाज न किया जाए तो यह गंभीर हो सकता है.
हाई बीपी किन बीमारियों का जोखिम
ब्लड प्रेशर बढ़ने पर हार्ट रोग, हार्ट फेल्योर और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ता है. दरअसल, हाइपरटेंशन का मुख्य कारण लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतें होती हैं, जिसके कारण कई बीमारियां का खतरा बढ़ता है. अगर हाई ब्लड प्रेशर होने पर दवाइयां खानी पड़ें उससे बेहतर हैं कि इस बीमारी से बचने के लिए एहतियात बरतें.
क्या उच्च रक्तचाप के कोई लक्षण हैं?
उच्च रक्तचाप से ग्रस्त ज़्यादातर लोगों को कोई लक्षण महसूस नहीं होते. हालाँकि, जब रक्तचाप बहुत ज़्यादा हो, आमतौर पर 180/120 या उससे ज़्यादा, तो व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षण महसूस हो सकते हैं.
गंभीर सिरदर्द
छाती में दर्द
चक्कर आना
सांस लेने में दिक्क्त
जी मिचलाना
उल्टी करना
धुंधली दृष्टि या अन्य दृष्टि परिवर्तन
चिंता
भ्रम
कानों में भिनभिनाहट
नाक से खून आना
असामान्य हृदय ताल
उच्च रक्तचाप कंट्रोल करने का तरीका
हेल्दी डाइट: इंस्टाग्राम पर साझा किए गए एक वीडियो में, सर्जन ने रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए स्वस्थ आहार के महत्व पर ज़ोर दिया. उन्होंने स्वस्थ वज़न बनाए रखने और रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर, संपूर्ण खाद्य पदार्थों वाला आहार चुनने का सुझाव दिया. सोडियम का सेवन सीमित करना और आहार में पोटेशियम और मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ाना भी ज़रूरी है.
व्यायाम: डॉ. लंदन के अनुसार, रक्तचाप को नियंत्रित करने का एक और प्रभावी और प्राकृतिक तरीका नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करना है. वे हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एरोबिक और प्रतिरोध प्रशिक्षण के संयोजन की वकालत करते हैं. एरोबिक व्यायाम, जैसे तेज़ चलना, साइकिल चलाना या तैराकी, रक्त को अधिक कुशलता से पंप करके हृदय को मज़बूत बनाते हैं. दूसरी ओर, भारोत्तोलन या शरीर के भार वाले व्यायाम जैसे प्रतिरोध प्रशिक्षण, मांसपेशियों के निर्माण और रक्त प्रवाह में सुधार करने में मदद करते हैं.
शराब छोड़ें: अगर आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं तो शराब का सेवन सीमित करें या पूरी तरह से छोड़ दें. दरअसल, शराब के सेवन से रक्त वाहिकाएं संकरी हो सकती हैं और हृदय पर दबाव बढ़ सकता है. इसलिए शराब का कोई भी स्तर स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित नहीं है. डॉक्टर के मुताबिक, “इनमें से हर चीज़ का एक महत्वपूर्ण प्रभाव होता है, लेकिन जब आप इन्हें एक साथ जोड़ते हैं, तो प्रभाव और भी गहरा होता है.