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Common Eating Mistake: आयुर्वेद के अनुसार खड़े होकर खाना खाने से पाचन तंत्र को नुकसान हो सकता है. इससे गैस, अपच और मोटापे जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. बैठकर और ध्यानपूर्वक खाना सेहत के लिए बेहतर होता है.

आयुर्वेद एक्सपर्ट्स के मुताबिक जब हम खड़े होकर खाना खाते हैं, तो हमारा शरीर पूरी तरह से आराम की स्थिति में नहीं होता है. इससे खाना जल्दी-जल्दी खाया जाता है और चबाने पर पूरा ध्यान नहीं रहता है. इस आदत से पाचन तंत्र पर अधिक दबाव पड़ता है और भोजन सही तरीके से नहीं पच पाता है. इससे गैस, एसिडिटी, अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं. खाने का सही आनंद भी नहीं मिल पाता और शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है. आयुर्वेद के अनुसार भोजन को एक ध्यानपूर्वक क्रिया माना गया है. जब आप बैठकर आराम से खाते हैं तो शरीर और मन दोनों शांत रहते हैं, जिससे खाना अच्छे से पचता है. खड़े होकर खाना आयुर्वेद में वर्जित माना गया है, क्योंकि यह वात और पित्त को बढ़ाता है, जिससे पाचन गड़बड़ होता है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि बैठकर खाने से शरीर की पोश्चर सही रहती है और भोजन पचाने में आसानी होती है. खड़े होकर खाने से जल्दी खाने की आदत बनती है, जो वजन और ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकती है. रिसर्च के मुताबिक जो लोग बैठकर और ध्यान लगाकर खाते हैं, उन्हें पेट से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं. इससे यह साबित होता है कि बैठकर खाना स्वास्थ्य के लिए बेहतर है. अगर आप जल्दी में होते हैं, तो कोशिश करें कि थोड़ी देर बैठकर ही खाना खाएं. दिन में चाहे कितना भी व्यस्त क्यों न हों, कम से कम 10-15 मिनट का समय निकालकर शांति से बैठें और धीरे-धीरे खाएं. खाने के समय मोबाइल या टीवी देखने से बचें और पूरा ध्यान भोजन पर लगाएं. इससे न केवल सेहत सुधरेगी, बल्कि आप खाने का स्वाद ले पाएंगे.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें