गर्दन के पीछे, आंख के नीचे या आधे कपाल में…सिर दर्द के होते हैं कई चेहरे, न्यूरोलॉजिस्ट से समझें अंतर, फिर करें इलाज

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Headache Types According To Neurologist: सिर दर्द कई प्रकार के होते हैं, जैसे आधे सिर में, कान के पीछे, आंख से लेकर सिर तक या गर्दन से सिर तक. एक्सपर्ट के मुताबिक समस्या के हिसाब से ही इसका निदान करना चाहिए.

हाइलाइट्स

  • सिर दर्द के कई प्रकार होते हैं, इलाज अलग-अलग होता है.
  • माइग्रेन, क्लस्टर हेडेक, ट्राइजेमिनल हेडेक की पहचान अलग है.
  • जीवनशैली में बदलाव और सही इलाज से सिर दर्द से बचा जा सकता है.
Headache Type: आज के समय में सिर दर्द एक आम समस्या बन चुकी है, लेकिन इसके पीछे के कारण और प्रकारों की सही जानकारी अधिकतर लोगों को नहीं होती. सोशल मीडिया पर सिर दर्द से संबंधित वीडियो की भरमार है, जिसमें इसके प्रकारों और बचाव को लेकर अलग-अलग दावे किए जाते हैं. ऐसे में लोकल 18 की टीम ने इस विषय पर गहराई से जानकारी लेने के लिए शहर के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. रोहित आनंद से विशेष बातचीत की.

डॉ. आनंद के अनुसार, सिर दर्द कई तरह के होते हैं और हर तरह की पहचान और इलाज अलग होता है. उन्होंने कहा कि अक्सर लोग किसी भी सिर दर्द को सामान्य मानकर दवा ले लेते हैं, जो सही नहीं है.

किस दर्द से क्या पता चलता है
उन्होंने बताया कि अगर सिर के एक तरफ दर्द हो, साथ में उल्टी जैसा महसूस हो या तेज रोशनी से परेशानी हो, तो यह माइग्रेन हो सकता है. वहीं अगर आंखों के चारों ओर दर्द हो और आंख से पानी आए, तो यह क्लस्टर हेडेक की पहचान है. इसके अलावा अगर एक तरफ दर्द के साथ आंख से पानी आए, तो इसे ट्राइजेमिनल हेडेक कहा जाता है.

अगर गर्दन से शुरू होकर सिर तक दर्द जा रहा हो, तो यह सर्विकोजेनिक हेडेक हो सकता है, जो गर्दन की नसों से जुड़ा होता है. वहीं लगातार सिर और गर्दन में दबाव जैसा दर्द बना रहे, तो इसे न्यू डेली परसिस्टेंट हेडेक कहा जाता है.

बदलनी पड़ेगी जीवनशैली
डॉ. आनंद ने बताया कि इन समस्याओं से बचने के लिए सिर्फ दवा ही नहीं, बल्कि जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी है. उन्होंने सलाह दी कि मोबाइल और स्क्रीन का उपयोग सीमित करें, समय पर और संतुलित खाना लें, 7 से 8 घंटे की नींद लें और शराब व धूम्रपान से पूरी तरह परहेज करें. इसके साथ ही नियमित रूप से हल्की-फुल्की कसरत करें और तनाव से दूर रहने की कोशिश करें.

समय रहते इलाज जरूरी
उन्होंने यह भी कहा कि अगर सिर दर्द बार-बार हो रहा हो, या किसी एक ही तरह का दर्द लंबे समय से बना हुआ है, तो तुरंत अपने नजदीकी न्यूरो फिजीशियन से संपर्क करें. समय रहते पहचान और इलाज से बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है. डॉ. आनंद ने लोगों से अपील की कि सिर दर्द को नजरअंदाज न करें, यह शरीर का संकेत है कि कुछ गड़बड़ है. सही जानकारी और सावधानी ही इसका सबसे अच्छा इलाज है.

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गर्दन के पीछे, आंख के नीचे या आधे कपाल में..सिर दर्द के होते हैं कई चेहरे!

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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