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Natural Hair Dye: बघेलखंड क्षेत्र में हल्दी, कॉफी और एलोवेरा से बनने वाली देसी डाई आज भी लोकप्रिय है. यह पूरी तरह रासायन-मुक्त होने के साथ-साथ बालों को पोषण देती है और सफेद होते बालों को प्राकृतिक रूप से काला बनाती है. (रिपोर्ट: शिवांक द्विवेदी)

बघेलखंड क्षेत्र की पारंपरिक घरेलू विधियाँ आज भी लोगों के बीच लोकप्रिय हैं. खासकर जब बात बालों की देखभाल की हो, तो यहां की देसी डाई बनाने की विधि सालों से महिलाओं द्वारा अपनाई जा रही है.

इस विधि की खास बात यह है कि इसमें केवल रसोई में मौजूद सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है, जो न सिर्फ बालों को काला बनाते हैं, बल्कि उन्हें मुलायम और पोषित भी रखते हैं.

लोकल 18 से बातचीत में स्थानीय निवासी मीणा द्विवेदी ने बताया कि इस देसी डाई को बनाने के लिए सबसे पहले 5 चम्मच हल्दी को लोहे के तवे पर धीमी आंच में हल्का रोस्ट किया जाता है.

इसके बाद उसमें एक चम्मच कॉफी पाउडर मिलाकर तब तक भूना जाता है फिर थोड़ी देर बाद एक और चम्मच कॉफ़ी पाउडर डाल दें और चलाते रहे, जब तक मिश्रण गहरा काला न हो जाए.

जब यह मिश्रण ठंडा हो जाए तो इसमें एलोवेरा जेल मिलाया जाता है जिसे आप बाजार से ला सकते हैं या फिर ताजे पत्ते से निकाल सकते हैं. इसके बाद इस मिश्रण में कुछ बूंदें नारियल तेल की मिलाकर अच्छे से मिक्स कर लिया जाता है.

<!–StartFragment –><span class=”cf0″>इस</span><!–EndFragment –> तरह तैयार होता है पूरी तरह नेचुरल रासायन मुक्त डाई पेस्ट जिसे हल्के काले या सफेद होते बालों पर लगाया जा सकता है. यह पेस्ट न सिर्फ बालों को प्राकृतिक रूप से रंग देता है बल्कि बालों की जड़ों को भी पोषण देता है.

जैसे-जैसे लोग रासायनिक उत्पादों के नुकसान को समझने लगे हैं वैसे-वैसे बघेलखंड जैसे इलाकों में पारंपरिक नुस्खों की ओर वापसी हो रही है.

यह देसी डाई नुस्खा भी उसी परंपरा का हिस्सा है जो पीढ़ियों से चली आ रही है और आज के समय में भी पूरी तरह कारगर साबित हो रही है.
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