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Tomato Farming: बरसात के मौसम में बाजार में टमाटर की कमी और बढ़ी हुई कीमतों से बचने का सबसे आसान तरीका है अपने किचन गार्डन में टमाटर उगाना. इससे आपको घर पर ही ताज़ा, स्वादिष्ट और कीटनाशक-रहित टमाटर मिलेंगे.
किचन गार्डन में टमाटर की अच्छी पैदावार के लिए सबसे ज़रूरी है कि आप पौधे को अच्छी मिट्टी में लगाएं. टमाटर के पौधों को रोज़ाना कम से कम 6-8 घंटे सीधी धूप मिलनी चाहिए. इसलिए, ऐसी जगह चुनें जहां सूरज की रोशनी ठीक से आती हो. साथ ही, मिट्टी उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली होनी चाहिए. आप गमले या ग्रो बैग का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. मिट्टी में कुछ मात्रा में जैविक खाद, जैसे- गोबर की खाद या केंचुआ खाद ज़रूर मिलाएं. इससे पौधे को ज़रूरी पोषण मिलता है और वो तेज़ी से बढ़ता है.

टमाटर के पौधे को ज़्यादा पानी की ज़रूरत होती है, लेकिन पानी जमा नहीं होना चाहिए. मिट्टी के ऊपरी हिस्से के सूखने पर ही पानी दें. ज़्यादा पानी देने से जड़ें गल सकती हैं, और कम पानी देने से फूल और फल गिर सकते हैं. हमेशा सुबह या शाम को पानी दें.

बरसात में टमाटर के पौधे को नियमित रूप से पोषण देना ज़रूरी है. जब पौधा बढ़ने लगे और उसमें फूल आने लगें, तो हर 15-20 दिन में जैविक खाद डालें. आप गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट या फिर घर पर बनी हुई कम्पोस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं. सरसों की खली का पानी या केले के छिलके का पानी भी बहुत फायदेमंद होता है. ये खाद न सिर्फ़ पौधों को ताक़त देती है, बल्कि फलों का स्वाद भी बढ़ाती है.

जब पौधे में फूल आने लगें, तो उन्हें हल्के से हिलाएं या हाथ से परागण (pollination) करें. इससे फूल से फल बनने की संभावना बढ़ जाती है. पौधे की निचली पत्तियों को समय-समय पर हटाते रहें, जो मिट्टी के संपर्क में हैं. ऐसा करने से रोग और कीटों का ख़तरा कम हो जाता है. पौधे की ज़्यादा शाखाओं को भी काटें ताकि पौधे की सारी ऊर्जा फलों को बढ़ाने में लग सके. इस तरह से आप पौधे को स्वस्थ रख सकते हैं और ज़्यादा फल पा सकते हैं.

बरसात में टमाटर के पौधे जब बड़े होते हैं और उन पर फल लगने लगते हैं, तो उनका वज़न बढ़ जाता है. ऐसे में, वे झुक सकते हैं या टूट सकते हैं. इसलिए, पौधे को सहारा देना बहुत ज़रूरी है. इसके लिए आप बांस के डंडे, जाली या रस्सी का इस्तेमाल कर सकते हैं. पौधे को सीधा रखने से हवा और धूप सभी हिस्सों तक पहुंचती है, जिससे फलों की क्वालिटी अच्छी होती है और पौधे स्वस्थ रहते हैं.

टमाटर के पौधे में अक्सर कुछ कीट और रोग लग जाते हैं. इनसे बचाव के लिए, आप घर पर बना नीम तेल का घोल या फिर नीम की पत्तियों का घोल छिड़क सकते हैं. ये एक प्राकृतिक और असरदार तरीक़ा है. अगर कोई पत्ती या टहनी ख़राब हो गई है, तो उसे तुरंत हटा दें.
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