Cancer Vaccine: कैंसर दुनिया की सबसे गंभीर बीमारियों में से एक है. इसलिए कैंसर जैसी घातक और जानलेवा बीमारी का नाम सुनते ही लोगों में डर बैठ जाता है. कैंसर का नाम सुनकर पीड़ित ही नहीं, पूरा परिवार टूट जाता है. इसकी सबसे बड़ी वजहें- महंगा इलाज और कोई सटीक दवा भी नहीं. मगर अब कैंसर के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. जी हां, कैंसर मरीजों की जान बचाने के लिए वैक्सीन बन गई है. यह कमाल रूस ने किया है. खास बात है कि रूस अपने देश के मरीजों को मुफ्त में वैक्सीन भी देगा. रिपोर्ट की मानें तो, इस वैक्सीन यानी टीके का इस्तेमाल कैंसर से बचाव के लिए नहीं, बल्कि कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए किया जाएगा.
रूस जल्द शुरू करेगा मानव परीक्षण
रूसी न्यूज एजेंसी टास के मुताबिक, पिछले दिनों रूस ने कैंसर की वैक्सीन बनाने का दावा किया था. उस वक्त माना जा रहा था कि यह वैक्सीन 2025 में लॉन्च हो जाएगी. यानी यह टीका 2025 की शुरुआत में आम लोगों के लिए मुफ्त में उपलब्ध होगा. रविवार यानी 3 अगस्त को सरकारी समाचार एजेंसी आरटी से आई रिपोर्ट के मुताबिक, रूस अगले कुछ महीनों में कैंसर के खिलाफ नए टीके का मानव परीक्षण शुरू करने वाला है. ये परीक्षण मॉस्को स्थित हर्टसन रिसर्च इंस्टीट्यूट और ब्लोखिन कैंसर सेंटर में किए जाएंगे, जबकि गामालेया सेंटर वैक्सीन का उत्पादन करेगा.
व्यक्तिगत होगी टीके की खुराक
गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के निदेशक अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने कहा कि, प्रत्येक टीके की खुराक व्यक्तिगत होगी और मेलेनोमा के रोगियों के एक समूह को दी जाएगी. नियोएंटीजन पर आधारित एमआरएनए दवा विशेष रूप से प्रत्येक रोगी के लिए उनके विशिष्ट ट्यूमर डेटा का उपयोग करके बनाई गई है. इसका उपयोग किसी और के लिए नहीं किया जा सकता है.
कैंसर के विकास को रोक देगा ये टीका
रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय के रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर एंड्री काप्रिन ने कहा है कि रूस ने कैंसर के खिलाफ अपनी खुद की mRNA वैक्सीन विकसित की है. वहीं, गामांटा नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के डायरेक्टर एलेग्जेंडर गिंट्सबर्ग की मानें तो कैंसर वैक्सीन के प्री-क्लिनिकल ट्रायल में यह बात सामने आई है कि यह कैंसर के विकास और उसके फैलाव को रोकती है.
वैक्सीन पर 2022 से काम जारी
रिपोर्टों के अनुसार, रूस में लगभग 4 मिलियन कैंसर रोगी हैं और हर साल 625,000 नए रोगी सामने आते हैं. मानव परीक्षण पूरा होने के बाद यह टीका रूसी नागरिकों को मुफ्त दिया जाएगा. वैक्सीन को रोलआउट करने की योजना को रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है. दो प्रमुख ऑन्कोलॉजी संस्थान- हर्टसन रिसर्च इंस्टीट्यूट और मॉस्को में ब्लोखिन कैंसर सेंटर इस प्रयास का नेतृत्व कर रहे हैं. आरटी के अनुसार, वैक्सीन का विकास 2022 के मध्य में शुरू हुआ था.