सबसे पहले बाबा महाकाल को राखी बांधेंगी बहनें, जानें कौन बनाता है ये खास राखी?

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Raksha Bandhan 2025 Ujjain News: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में हर पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाने की परंपरा है. 9 अगस्त को रक्षाबंधन के अवसर पर श्री महाकालेश्वर मंदिर में पुजारी परिवार द्वारा बाबा महाकाल को सबसे पहले राखी बांधी जाएगी. इसी के साथ बाबा को लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा.

उज्जैन में हर त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाने की परंपरा सदियों से चली आई है. हर पर्व की शुरुआत महाकाल के दरबार से ही होती है. देशभर में कल यानी 9 अगस्त को राखी का पर्व मनाया जाएगा. महाकाल की नगरी में यह पर्व भस्म आरती से शुरू हो जाएगा यानी विश्व में सबसे पहले अगर कहीं रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा, तो वह बाबा महाकाल का दरबार होगा.

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बाबा महाकाल के दरबार में रक्षाबंधन का पर्व इस बार भी बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा, जिसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. महाकाल को भस्म आरती के समय पंडे-पुजारियों के परिवार की ओर से राखी अर्पित की जाएगी.

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शनिवार तड़के तीन बजे भस्म आरती के लिए पट खोले जाएंगे. इसके बाद बाबा महाकाल का पंचामृत से अभिषेक किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होंगे. इसके बाद बाबा का विशेष श्रृंगार किया जाएगा.

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फिर बाबा महाकाल को सबसे पहले राखी बांधी जाएगी. यह कोई साधारण राखी नहीं होती है. इस बार जो राखी भगवान महाकाल को अर्पित की जाएगी, उसमें मखमल का कपड़ा, रेशमी धागा और मोती का उपयोग किया गया है. राखी पर भगवान गणेश जी को विराजित किया है. यह राखी रक्षाबंधन के दिन यानी शनिवार सुबह भगवान महाकाल को अर्पित की जाएगी.

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इस राखी को बनने में थोड़ा समय लगता है. पुजारी परिवार की महिलाएं मिलकर इसे बनाती हैं. इस बार राखी अमर पुजारी के परिवार की महिलाओं ने बनाई है. महिलाएं बीते एक हफ्ते से भगवान महाकाल को अपना भाई मानकर राखी बना रही थीं.

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यह एक वैदिक राखी है, जोकि शास्त्रों में बड़ा महत्व रखती है. इसमें लौंग, इलायची, तुलसी के पत्ते और बिल्ब पत्र जड़े रहते हैं. इसे अभिमंत्रित किया जाता है. यह राखी बांधकर देश और विश्व के कल्याण की मनोकामना की जाती है.

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श्रावण पूर्णिमा यानी रक्षाबंधन के अवसर पर विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में पुजारी परिवार द्वारा बाबा महाकाल को राखी अर्पित की जाएगी. राखी पुजारी परिवार की महिलाएं ही भगवान महाकाल को बांधेगी.

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रक्षाबंधन पर पुजारी की ओर से बाबा महाकाल को लड्डू प्रसाद का भोग लगाया जाता है. इस बार भी श्री महाकालेश्वर मंदिर में रक्षाबंधन पर जनेऊ पाती पुजारी परिवार द्वारा सवा लाख लड्डुओं का भोग भस्म आरती के दौरान भगवान श्री महाकालेश्वर को अर्पित किया जाएगा. महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने बताया कि महाकाल को राखी बांधने की यह परंपरा सदियों पुरानी है. जिन बहनों के भाई नहीं होते, वे महाकाल को अपना भाई मानकर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं, इसलिए इस दिन मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ता है.

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