ऑस्ट्रेलिया में होने वाले एएफसी महिला एशियाई कप के लिए क्वालीफिकेशन हासिल करने के बाद आत्मविश्वास से भरी भारतीय महिला फुटबॉल खिलाड़ी मनीषा कल्याण ने शुक्रवार को कहा कि उनका सपना फीफा विश्व कप और ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करना है।
यूएफा चैंपियंस लीग (यूरोप की शीर्ष पेशेवर फुटबॉल लीग) में खेलने वाली इकलौती भारतीय फुटबॉलर मनीषा शुक्रवार को यहां नेहरू स्टेडियम में लड़कियों के लिए आयोजित अस्मिता अंडर-13 लीग में आकर्षण का केन्द्र थी।
उन्होंने कहा कि अस्मिता ‘युवा लड़कियों को अपने फुटबॉल के सपनों को साकार करने के लिए मुश्किल से मिलने वाला मंच है।’
तेईस साल की मनीषा ने अस्मिता के गुवाहाटी चरण में भाग लेने वाली आठ टीमों की हौसला अफजाई करने के बाद कहा‘‘ मेरा सपना अब फीफा विश्व कप और ओलंपिक में खेलने का है। अगले साल ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाले एएफसी महिला एशियाई कप के लिए क्वालीफिकेशन हासिल करने के बाद हमारे इरादे मजबूत हुए है।’’
अस्मिता लीग का उद्देश्य पूरे भारत में जमीनी स्तर पर प्रतिभा की खोज करना है।
मनीषा ने कहा, ‘‘ आपके पास अब ‘अस्मिता’ जैसा एक मंच है और आप जितने अधिक मैच खेलेंगी, आप उतनी ही बेहतर होती जाएंगी’’
मनीषा के साथ इस मौके पर असम की दो उभरती हुई खिलाड़ी रेखा कटकी और दोसोमी रौतिया भी मौजूद थी। रेखा और दोसोमी दोनों ही अस्मिता लीग की हिस्सा रही है। दोसोमी ने राष्ट्रीय शिविर में जगह बनाई है, वहीं रेखा ने इंडियन वीमेन लीग डिवीजन 2 में नॉर्थईस्ट यूनाइटेड फुटबॉल क्लब की कप्तानी की है।
मनीषा ने कहा, ‘‘ फुटबॉल पूर्वोत्तर के लोगों की रगों में है। मैं बाला देवी को देखकर बड़ी हुई हूं और अब मेरी सीनियर राष्ट्रीय टीम में 11 साथी खिलाड़ी इसी क्षेत्र से हैं। इससे पता चलता है कि यहां कितनी प्रतिभा मौजूद है।
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