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बारिश का मौसम आते ही घरों के आसपास अनावश्यक घास, खरपतवार और झाड़ियां तेजी से उगने लगती हैं. इन घासों में सांप, बिच्छू जैसे जहरीले जीवों के छिपने का खतरा बना रहता है, जिससे लोग हमेशा डरे रहते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी असरदार दवा के बारे में, जिसे सिर्फ चुटकी भर डालने से यह अनचाही घास और झाड़ियां पूरी तरह से खत्म हो जाएंगी.
सिर्फ खेत ही नहीं बल्कि अपने आसपास के मोहल्ले और गलियों और घर के सामने भी बारिश में घास उग आती है. जिससे सांप और बिच्छू के पनपने की संभावना अधिक रहती है. बारिश के मौसम में सांप और बिच्छू और अन्य जहरीले जानवरों के ओर से लोगों को नुकसान पहुंचाने की भी कई खबरें सामने आती रहती हैं.

सुल्तानपुर कृषि विज्ञान केंद्र में कार्यरत कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर जे. बी. सिंह ने बताया कि बारिश के मौसम में कई तरह के खरपतवार के रूप में खतरनाक घास उगते हैं, जिसकी वजह से घर के आसपास जहरीली घास और खरपतवार पनप जाते हैं. इन खतरनाक घासों के अंदर जहरीले सांप और बिच्छू छुपे होने की आशंका रहती है, जिससे लोगों को डर बना रहता है.

बारिश का मौसम चल रहा है, ऐसे में किसान धान की फसल की देखभाल में जुटे हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण खेतों में अनचाही घास तेजी से उग आई है, जिससे खेतों में चलना-फिरना मुश्किल हो गया है. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी असरदार दवा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका यदि आप खेतों के मेड़ों पर छिड़काव करते हैं, तो यह घास को पूरी तरह खत्म कर सकती है और आपकी मेहनत काफी हद तक बच सकती है.

इस दवा के डालने से मेड़ के ऊपर उगी हुई घास पूरी तरह से जलकर नष्ट हो जाएगी और उस पर अन्य कोई घास भी नहीं उगेगी. ऐसे में आइए जानते हैं कौन सी है वह दवा और कैसे करती है काम.

डॉ जे बी सिंह ने बताया कि खरपतवार नाशी दवा का छिड़काव करना ही एक विकल्प है. इसके लिए बाजार में ग्लाइकोसेट का छिड़काव करना चाहिए. ग्लाइकोसाइड के छिड़काव करने से घर के आस-पास उगी हुई अनावश्यक घास और खरपतवार जलकर नष्ट हो जाता है जिससे सांप और बिच्छू का खतरा खत्म हो जाता है.

ग्लाइको सेट को 1 लीटर पानी में 10 मिलीलीटर के हिसाब से मिश्रित कर लेना चाहिए और इसका छिड़काव अनावश्यक घासों और खरपतवार पर करना चाहिए. इससे घास सूख जाएगी और पूरी बारिश तक दोबारा नहीं उगेगी.

जब भी आप घास को खत्म करने वाली दवा ग्लाइको सेट का छिड़काव करें, तब इस बात का ध्यान रखें कि हाथ से इसका छिड़काव न करें, बल्कि इसके लिए स्प्रे मशीन का प्रयोग करना चाहिए. स्प्रे मशीन के प्रयोग से दवा की बूंदे सीधे घास और खरपतवार पर समान रूप से पड़ती हैं और उन्हें पूरी तरह से नष्ट कर देती हैं.

ग्लाइकोसेट का छिड़काव करने से आमतौर पर एक ही बार में घास और खरपतवार नष्ट हो जाते हैं, लेकिन यदि कुछ घासें बची रह जाती हैं, तो 15 दिन के अंतराल पर दोबारा छिड़काव करना चाहिए. इससे बची हुई घासें भी पूरी तरह से समाप्त हो जाती हैं और बारिश के मौसम में खेत और घर के आसपास की जगहें साफ-सुथरी बनी रहती हैं.
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