कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते किसान।
नरसिंहपुर जिले में ग्रीष्मकालीन मूंग उपार्जन में लगातार अव्यवस्थाओं और किसानों के साथ दुर्व्यवहार के कारण किसानों में आक्रोश है। शुक्रवार को भारतीय किसान संघ और राष्ट्रवादी किसान आर्मी ने डिप्टी कलेक्टर मनोज चौरसिया को ज्ञापन सौंपा।
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ज्ञापन में 23 जुलाई को नूर वेयरहाउस, गाडरवारा की घटना का उल्लेख किया गया। वहां किसान सतीश कौरव के साथ पानी मांगने पर वेयरहाउस संचालक और उसके परिजनों ने मारपीट की। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। किसानों ने मांग की है कि दोषियों पर FIR दर्ज कर वेयरहाउस को ब्लैकलिस्ट किया जाए।
किसानों ने खरीदी केंद्रों पर मूलभूत सुविधाओं के अभाव का मुद्दा भी उठाया। किसान खुले आसमान के नीचे 8-10 दिन से तुलाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं। स्लॉट बुकिंग में तकनीकी दिक्कतों और वेयरहाउसों की कम क्षमता के कारण हजारों पंजीकृत किसान अपनी उपज नहीं बेच पा रहे हैं।
डिप्टी कलेक्टर मनोज चौरसिया ज्ञापन सौंपते किसान।
उपार्जन की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग
जिले में यूरिया खाद की भारी किल्लत और कालाबाजारी का मुद्दा भी उठाया गया। ग्राम उमरिया में एक व्यापारी के पास 2000 बोरी यूरिया पकड़े जाने का उल्लेख करते हुए प्रशासनिक मिलीभगत की जांच की मांग की गई है।
किसानों ने उपार्जन की अंतिम तिथि को 10 दिन बढ़ाने और जिन किसानों की तुलाई हो चुकी है, उन्हें शीघ्र भुगतान करने की मांग की है। किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि इन मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे धरना-प्रदर्शन और आंदोलन करेंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
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