हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो नहाने के दौरान हम अक्सर चेहरा, हाथ, पैर और शरीर के अन्य हिस्सों को अच्छे से धोते हैं, लेकिन रोज नहाने के बावजूद भी नाभि (Belly Button) की सफाई नहीं हो पाती है. नाभि शरीर का एक छोटा सा हिस्सा है, लेकिन इसमें गंदगी, पसीना, डेड स्किन सेल्स और बैक्टीरिया आसानी से जमा हो जाते हैं. नाभि भीतर की ओर धंसा हुआ हिस्सा होता है और इसमें कई कोने-खांचे होते हैं. जब हम नहाते हैं, तो पानी या साबुन अक्सर सतह से होकर गुजर जाता है, लेकिन नाभि की अंदरूनी सतह तक ठीक से नहीं पहुंच पाता है. यही कारण है कि चाहे आप कितना भी पानी डाल लें, लेकिन नाभि में गंदगी रहती है.
आयुर्वेद में नाभि में तेल डालने की परंपरा है. सरसों का तेल, नारियल तेल या बादाम तेल का इस्तेमाल नाभि की सफाई और पोषण के लिए किया जाता है. यह न केवल वहां की त्वचा को नम बनाए रखता है, बल्कि सूजन, रूखापन और संक्रमण की संभावना को भी कम करता है. हालांकि तेल डालने से पहले नाभि पूरी तरह साफ और सूखी होनी चाहिए. नाभि भले ही छोटा हिस्सा हो, लेकिन इसकी नियमित सफाई न केवल स्वच्छता बनाए रखती है, बल्कि त्वचा रोगों से भी बचाती है. इसलिए अगली बार जब आप नहाएं, तो नाभि की सफाई भी करें.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)