ज्यादा गर्म पीने से बढ़ता है कैंसर का खतरा! चाय-कॉफी का होना चाहिए इतना तापमान, नहीं तो…

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वैज्ञानिकों का मानना है कि 65°C से अधिक गरम पेय पीना भोजन नली के कैंसर का कारण बन सकता है. IARC ने इसे “प्रॉबेबली कार्सिनोजेनिक टू ह्यूमन” बताया है. सुरक्षित तापमान 57.8°C है.

ज्यादा गर्म पीने से बढ़ता है कैंसर का खतरा! चाय-कॉफी का होना चाहिए इतना तापमान

हममें से कई लोग चाय या कॉफी पीते समय यह पसंद करते हैं कि वह “एक्स्ट्रा हॉट” हो. गर्म पेय पीना न सिर्फ आराम देता है बल्कि यह कई लोगों की रोजमर्रा की आदत भी है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ज्यादा गरम पेय आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं? हां, वैज्ञानिकों का मानना है कि बहुत ज्यादा गरम पेय पीना कैंसर का कारण बन सकता है.

वैज्ञानिकों ने पाया है कि गरम पेय का सीधा रिश्ता भोजन नली (ओसॉफेगस) के कैंसर से है. 2016 में इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) ने 65°C से अधिक गरम पेय को “प्रॉबेबली कार्सिनोजेनिक टू ह्यूमन” यानी “मनुष्यों में कैंसर का संभावित कारण” बताया था. यह उतना ही खतरनाक माना गया जितना कि घर के अंदर लकड़ी के धुएं का असर या बहुत अधिक रेड मीट खाना.

दक्षिण अमेरिका में मेटे नाम की हर्बल ड्रिंक पीने की परंपरा है, जो लगभग 70°C पर पी जाती है. अध्ययनों ने दिखाया कि इसे लंबे समय तक पीने वाले लोगों में भोजन नली के कैंसर का जोखिम काफी बढ़ गया. यही नतीजे अफ्रीका, एशिया और मध्य पूर्व के अध्ययनों में भी सामने आए. हाल ही में यूनाइटेड किंगडम में हुए एक बड़े अध्ययन में पाया गया कि जो लोग दिन में 8 या उससे अधिक कप बहुत गरम चाय या कॉफी पीते थे, उनमें भोजन नली के कैंसर का जोखिम लगभग छह गुना ज्यादा था.

जब हम बार-बार बहुत गरम पेय पीते हैं, तो उसकी गर्मी भोजन नली की सतह की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है. लंबे समय में यह क्षति कैंसर में बदल सकती है. पशु-अध्ययनों में भी पाया गया है कि 70°C से अधिक तापमान वाले पानी से भोजन नली में कैंसर जैसी स्थितियां जल्दी विकसित होने लगती हैं. एक और सिद्धांत यह है कि जब भोजन नली पर बार-बार गर्मी से चोट पहुंचती है, तो उसकी प्राकृतिक सुरक्षा कमजोर हो जाती है. इससे एसिड रिफ्लक्स (पेट के एसिड का ऊपर आना) का असर और भी बढ़ जाता है, जो आगे कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है.

सिर्फ तापमान ही नहीं बल्कि पीने का तरीका भी अहम है. अध्ययनों में पाया गया है कि बड़े घूंट लेने से भोजन नली का तापमान अचानक 1012°C तक बढ़ जाता है. इससे वहां ज्यादा नुकसान होता है. अगर आप धीरे-धीरे छोटे घूंट लेते हैं तो जोखिम काफी कम हो जाता है. यानी, कभी-कभार 65°C तक की चाय या कॉफी पीने से तुरंत नुकसान नहीं होता, लेकिन लंबे समय तक रोज़ाना ज्यादा गरम पेय बड़ी मात्रा में पीना खतरनाक साबित हो सकता है.

सुरक्षित तापमान कितना होना चाहिए?

कॉफी और चाय अक्सर 90°C तक परोसी जाती है, खासकर बाहर से लेने पर, ताकि देर तक गरम रहे. लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि कॉफी या चाय पीने का सबसे सुरक्षित और स्वादिष्ट तापमान लगभग 57.8°C है. इससे न तो स्वाद बिगड़ता है और न ही भोजन नली को नुकसान पहुंचता है.

हॉट ड्रिंक्स को सुरक्षित तरीके से कैसे पिएं

अगर आप चाय या कॉफी पसंद करते हैं तो पीने से पहले थोड़ा ठंडा होने का इंतज़ार करें. रिसर्च में पाया गया है कि पांच मिनट में किसी पेय का तापमान 1015°C तक कम हो जाता है. आप चाहें तो कप को हिला सकते हैं, फूंक मार सकते हैं, या ढक्कन हटा सकते हैं ताकि वह जल्दी ठंडा हो जाए. थोड़ा ठंडा दूध या पानी मिलाना भी सुरक्षित विकल्प है. सबसे ज़रूरी है कि छोटे घूंट लेकर धीरे-धीरे पिएं, बड़े घूंट लेने से बचें.

Vividha Singh

विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18…और पढ़ें

विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 3 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18… और पढ़ें

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