Donald Trump Disease: अब डोनाल्ड ट्रंप को कौन सी बीमारी हो गई? आखिर क्यों छिपा रहे अपने हाथ, सामने आ गई वजह

Last Updated:

Donald Trump Disease: डोनाल्ड ट्रंप को हाल ही में क्रॉनिक वेनस इन्सफिशिएंसी नामक बीमारी हुई है, जिससे उनके पैरों में सूजन आ गई. उनके हाथ पर कुछ निशान देखे गए, जिन्हें वे छुपाने की कोशिश कर रहे थे. इस पर व्हाइट …और पढ़ें

अब डोनाल्ड ट्रंप को कौन सी बीमारी हो गई? आखिर क्यों छिपा रहे अपने हाथडोनाल्ड ट्रंप को पिछले महीने नसों से जुड़ी बीमारी डायग्नोज की गई है.
Donald Trump News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उम्र 79 साल हो चुकी है और अब इसका असर उनकी सेहत पर साफ नजर आने लगा है. पिछले महीने व्हाइट हाउस ने कंफर्म किया था कि ट्रंप को क्रॉनिक वेनस इन्सफिशिएंसी (CVI) डिजीज डायग्नोज हुई है, जो उम्र बढ़ने के साथ पैरों की नसों से खून वापस हार्ट तक पहुंचाने में समस्या पैदा करती है. इससे उनके पैर सूज रहे थे और हाथों पर चोट के निशान दिखाई दे रहे थे. व्हाइट हाउस की तरफ से यह भी स्पष्ट किया कि ट्रंप को कोई गंभीर समस्या नहीं है. हालांकि डोनाल्ड ट्रंप के हाथ पर एक निशान देखा गया, जिसे ट्रंप छिपाते हुए नजर आए. कई लोगों ने इसे ट्रंप की नई बीमारी बता दिया, तो कुछ ने इसे उम्र का असर बताया. हालांकि इस पर भी व्हाइट हाउस की तरफ से सफाई दी गई.

BBC की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने कई मौकों पर डोनाल्ड ट्रंप के हाथ पर एक निशान साफ तौर पर दिखाई दिया, जिसे मेकअप से ढकने की कोशिश की गई. इसे लेकर बाद में व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया और बताया कि ट्रंप के हाथ में यह चोट असल में लगातार हाथ मिलाने और एस्पिरिन के नियमित सेवन का परिणाम है. ट्रंप कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को ठीक रखने के लिए एस्पिरिन लेते हैं, जिसके कुछ साइड इफेक्ट उनके हाथ पर नजर आए थे. बाद में ट्रंप को क्रॉनिक वेनस इन्सफिशिएंसी (CVI) डायग्नोज हुई थी, जो नसों से जुड़ी ही परेशानी है. यह समस्या बुजुर्गों में ज्यादा देखने को मिलती है.

क्या है क्रॉनिक वेनस इन्सफिशिएंसी?

क्लीवलैंड क्लीनिक की रिपोर्ट के मुताबिक क्रॉनिक वेनस इन्सफिशिएंसी (CVI) एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें पैरों की नसों में खून सही तरीके से वापस दिल की ओर नहीं जा पाता है. इसके कारण पैरों में रक्त जमाव हो जाता है, जिससे सूजन, दर्द और थकान जैसी समस्याएं होती हैं. यह बीमारी आमतौर पर उन लोगों में ज्यादा होती है जो लंबे समय तक खड़े रहते हैं, वजन अधिक होता है या जिनकी नसों की वाल्व (valves) कमजोर हो जाती हैं. उम्र बढ़ने के साथ इसका खतरा भी बढ़ जाता है.

यह बीमारी अगर समय रहते ठीक न की जाए तो गंभीर हो सकती है. पैरों में अल्सर (घाव) बनना, रंगत बदलना और संक्रमण जैसी समस्याएं हो सकती हैं. क्रॉनिक वेनस इन्सफिशिएंसी से जीवन की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है और मरीज को चलने-फिरने में भी परेशानी हो सकती है. इसलिए शुरुआती लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है ताकि सही इलाज और जीवनशैली में बदलाव के जरिए इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सके.

अमित उपाध्याय

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homelifestyle

अब डोनाल्ड ट्रंप को कौन सी बीमारी हो गई? आखिर क्यों छिपा रहे अपने हाथ

Share me..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *