सस्ती सिल्क में न फंसें, मिनटों में करें असली-नकली की पहचान, जानें प्रोसेस

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सिल्क की साड़ी एक बार फिर फैशन में लौट आई है, लेकिन इसके बढ़ते क्रेज के साथ मिलावट भी बढ़ गई है. ऐसे में असली और नकली सिल्क में फर्क करना बेहद ज़रूरी हो गया है. अगर आप भी सिल्क खरीदने जा रही हैं तो घर पर किए जा सकने वाले कुछ आसान टेस्ट जैसे बर्न टेस्ट, बॉडी टेस्ट और रंग बदलने वाली ट्रिक अपनाकर ठगी से बच सकती हैं. साथ ही खरीदारी करते वक्त ब्रांडेड शॉप और सर्टिफिकेट पर ही भरोसा करें.

सिल्क की साड़ी एक बार फिर फैशन में लौट आई है. इस बार सिर्फ बड़ी उम्र की महिलाएं ही नहीं बल्कि कॉलेज जाने वाली लड़कियों में भी इसका खूब क्रेज देखा जा रहा है. ट्रेडिशनल फंक्शन हो या शादी-ब्याह, सिल्क की साड़ियां हर जगह पसंद की जा रही हैं और लोग ऑनलाइन और मार्केट से खरीद भी रहे हैं.

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मार्केट में कई तरह की सिल्क की साड़ियां मिलती हैं. लेकिन, इनमें से बहुत सी मिलावटी होती हैं. असली और नकली सिल्क में फर्क करना जरूरी है क्योंकि कई बार नकली सिल्क को ही असली बताकर बेचा जाता है और ग्राहक धोखा खा जाते हैं. ऐसे में पहचान जरूरी है.

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अगर आप चाहें तो बिना किसी मशीन या एक्सपर्ट की मदद के घर पर ही असली और नकली सिल्क का फर्क समझ सकती हैं. इसके लिए कुछ आसान से तरीके अपनाने की जरूरत है जो न तो महंगे हैं और न ही ज्यादा समय लेते हैं. बस थोड़ा सा ध्यान देने की जरूरत है.

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सिल्क की पहचान का सबसे आसान तरीका है बर्न टेस्ट. साड़ी या कपड़े के एक किनारे से थोड़ा सा धागा निकालिए और उसे जलाइए. अगर सिल्क असली है तो यह धीरे-धीरे जलेगा और जलने के बाद राख बनकर बिखर जाएगा जैसे बाल जलने पर होता है.

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अगर सिल्क नकली है या उसमें पॉलिएस्टर की मिलावट है तो जलते समय इसकी गंध अलग होगी. यह धागा प्लास्टिक जैसी महक देगा और जलने के बाद जो हिस्सा बचेगा वह कड़क और थोड़ा चमकदार होगा, जैसे जला हुआ प्लास्टिक होता है. इससे मिलावट का आसानी से पता चल जाता है.

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अगर जलाना संभव न हो तो बॉडी टेस्ट करें. असली सिल्क जब शरीर से लगाया जाता है तो यह स्किन से हल्का-सा चिपकता है और बहुत सॉफ्ट महसूस होता है. वहीं, नकली सिल्क शरीर पर फिसलता है और उतना सॉफ्ट या फिटिंग नहीं लगता. यह तरीका भी असली-नकली सिल्क की पहचान में काफी कारगर होता है.

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कुछ असली सिल्क के कपड़े ऐसे होते हैं जो हल्के मोड़ने या पकड़ने पर थोड़ा रंग बदलते हैं. यह खासियत नकली सिल्क में नहीं होती. असली सिल्क में हल्की सी झिलमिलाहट और रंग बदलने का प्रभाव देखा जाता है, जो इसे अलग पहचान देता है.

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अगर आप ऑनलाइन या मार्केट से सिल्क खरीद रही हैं तो ब्रांडेड शॉप से लें या प्रामाणिकता का सर्टिफिकेट जरूर मांगें. बहुत सस्ते दाम देखकर खरीदने से बचें क्योंकि असली सिल्क महंगा होता है. थोड़ी समझदारी दिखाकर आप ठगी से आसानी से बच सकती हैं.

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