1. रात में निर्वस्त्र सोना
कई लोग गर्मी या आराम के कारण बिना कपड़ों के सो जाते हैं, लेकिन ऐसा करना सेहत और ऊर्जा दोनों के लिए सही नहीं माना जाता. परंपरागत मान्यताओं के अनुसार, इससे नकारात्मक ऊर्जा शरीर में प्रवेश कर सकती है. साथ ही, शरीर ठंडा हो सकता है, जिससे सर्दी-जुकाम या अन्य बीमारियां हो सकती हैं. बेहतर है कि हल्के और ढीले-ढाले कपड़े पहनकर सोएं.
वास्तु के अनुसार, बीम के नीचे सोना मानसिक दबाव और तनाव को बढ़ा सकता है. यह सिरदर्द और अनिद्रा की वजह भी बन सकता है. वहीं, बिल्कुल अंधेरे कमरे में सोने से भी मन पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. हल्की रोशनी या नाइट लैंप का इस्तेमाल बेहतर विकल्प है.
3. सीने पर हाथ रखकर या पैर पर पैर रखकर सोना
सोते समय सीने पर हाथ रखकर सोना सांस लेने की प्रक्रिया को बाधित कर सकता है और दिल पर दबाव डाल सकता है. वहीं, पैर पर पैर रखकर सोना रक्त प्रवाह में रुकावट पैदा करता है, जिससे पैरों में झनझनाहट और सुन्नपन महसूस हो सकता है. सही मुद्रा में सीधा या करवट लेकर सोना सबसे अच्छा माना जाता है.
धार्मिक मान्यताओं में टीका दिन में पूजा या विशेष अवसरों पर लगाया जाता है. सोते समय मस्तक पर टीका रखना शुभ नहीं माना जाता, क्योंकि इसे दिन की ऊर्जा और आशीर्वाद से जोड़ा जाता है, जिसे रात में आराम के दौरान हटाना उचित माना गया है.
6. गलत दिशा में सिर करके सोना
वास्तु और आयुर्वेद के अनुसार, दक्षिण दिशा में पैर करके सोना सेहत के लिए अच्छा नहीं है, जबकि पश्चिम में सिर करने से चिंता और बेचैनी बढ़ सकती है. पूर्व दिशा में सिर करके सोना विद्या और ज्ञान प्राप्ति के लिए अच्छा है, वहीं दक्षिण दिशा में सिर करने से लंबी आयु मानी जाती है.
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