डायबिटीज के मरीज हैं, भूलकर भी न खाएं ये 5 फल, वरना आउट ऑफ कंट्रोल हो जाएगी शुगर

5 Fruits increase Sugar Level: डायबिटीज़ के मरीजों के लिए खान-पान बहुत अहम माना जाता है. अगर ऐसे लोग खाने में थोड़ी सी भी लापरवाही कर दें तो शुगर लेवल अचानक से बढ़ सकता है. खासकर वे चीज़ें जिनमें कार्बोहाइड्रेट और प्राकृतिक शुगर अधिक होती है. हमें हमेशा सिखाया जाता है कि फल खाना सेहत के लिए अच्छा होता है. यह बात सही भी है क्योंकि फल विटामिन, मिनरल और फाइबर से भरपूर होते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि सभी फल डायबिटीज़ या प्रीडायबिटीज़ मरीजों के लिए सुरक्षित नहीं होते. कुछ फल ऐसे होते हैं जिनमें प्राकृतिक शर्करा इतनी अधिक होती है और ग्लाइसेमिक इंडेक्स इतना ऊंचा होता है कि इन्हें खाने के तुरंत बाद ब्लड शुगर लेवल तेज़ी से ऊपर चला जाता है. ऐसे में इन फलों को खाने से नुकसान ज़्यादा होता है और फायदा कम. सवाल यह है कि क्या डायबिटीज़ वालों को पूरी तरह से फल छोड़ देने चाहिए. इसका जवाब है नहीं. सभी फल हानिकारक नहीं होते. बल्कि सही फल चुनना समझदारी है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर में बेनेफिक न्यूट्रिशन के संस्थापक और सीईओ डॉ. यशवंत कुमार ने बताया कि डायबिटिक लोगों को किस तरह के फल नहीं खाने चाहिए.

इन 5 फलों से दूर रहें

1. आम-पोषण विशेषज्ञ डॉ. यशवंत कुमार बताते हैं कि जो भी फल ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाते हैं, उनके सेवन से डायबिटीज़ वाले लोगों को बचना चाहिए. इनमें पहला नाम आता है आम का. आम बहुत मीठा फल होता है और इसमें प्राकृतिक शुगर यानी ग्लूकोज़ और फ्रुक्टोज़ की मात्रा अधिक होती है. एक मध्यम आकार के आम में लगभग 40 से 45 ग्राम शुगर होती है. आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स लगभग 51 से 60 के बीच होता है. यानी इसे खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल तेज़ी से बढ़ सकता है. साथ ही, इसमें पर्याप्त फाइबर नहीं होता जो शुगर के असर को धीमा कर सके. इसलिए आम डायबिटीज़ के मरीजों के लिए सही विकल्प नहीं है. लेकिन अच्छा विकल्प है बेरीज़ जैसे स्ट्रॉबेरी या ब्लूबेरी. इनमें शुगर बहुत कम और फाइबर अधिक होता है, जिससे ब्लड शुगर तेज़ी से नहीं बढ़ता.

2. केला-दूसरा फल है पका हुआ केला. जैसे-जैसे केला पकता है, उसमें मौजूद स्टार्च शुगर में बदल जाता है. एक पके केले का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 60 से ऊपर चला जाता है. यानी पका हुआ केला खाते ही शरीर में ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ जाता है. केले में प्रोटीन और फैट भी बहुत कम होता है, इसलिए यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार नहीं बनता. इसलिए डायबिटीज़ के मरीजों को इससे परहेज़ करना चाहिए. इसका बेहतर विकल्प है अमरूद. इसमें शुगर बहुत कम होती है और यह फाइबर तथा विटामिन C से भरपूर होता है.

3. चीकू-तीसरा है चीकू यानी सपोटा. यह फल मीठा तो बहुत होता है लेकिन डायबिटीज़ वालों के लिए हानिकारक है. 100 ग्राम चीकू में लगभग 20 ग्राम शुगर होती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी ऊंचा यानी 65 से 70 के बीच होता है. मतलब यह कि इसे खाने के बाद ब्लड शुगर अचानक तेज़ी से ऊपर जाता है. इसमें फाइबर कम होता है, जिससे ग्लूकोज़ के असर को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में सेब एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है और छिलके सहित खाने पर उसमें मौजूद फाइबर ब्लड शुगर को संतुलित रखता है.

4. अंगूर-अंगूर बहुत स्वादिष्ट जरूर है लेकिन डायबिटीज़ के मरीजों के लिए सही नहीं. 100 ग्राम अंगूर में लगभग 16 से 18 ग्राम शुगर होती है और इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 50 से 59 तक होता है. अंगूर का छिलका पतला होता है और इसमें फाइबर भी बहुत कम होता है, इसलिए ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है. इसका बेहतरीन विकल्प है अनार. इसमें शुगर कम होती है, यह लो जीआई फल है और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है. अनार इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने और सूजन कम करने में मदद करता है.

5. अनानास- यह फल स्वाद और रसदार होते हुए भी डायबिटीज़ रोगियों के लिए खतरा हो सकता है. क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 66 से लेकर 94 तक हो सकता है. यानी इसकी पकने की अवस्था के हिसाब से खाने के तुरंत बाद ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ जाता है. हालांकि इसमें कुछ फाइबर होता है, लेकिन उतना काफी नहीं है कि शरीर शुगर के असर को धीमा कर सके. इसलिए डायबिटीज़ वालों को अनानास से बचना चाहिए. इसका बेहतर विकल्प है पपीता. पपीते में शुगर बहुत कम होती है और यह फाइबर, विटामिन C तथा एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है.

इस तरह यह साफ़ है कि डायबिटीज़ मरीजों को सभी फलों से परहेज़ करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन किन फलों को खाना है और किनसे बचना है यह ज़रूरी है जानना. अगर वे लो जीआई फल जैसे स्ट्रॉबेरी, अमरूद, सेब, अनार और पपीता अपनी डाइट में शामिल करें और हाई शुगर फल जैसे आम, पका केला, चीकू, अंगूर और अनानास से दूरी बनाएं तो उनकी सेहत बनी रह सकती है और ब्लड शुगर लेवल भी नियंत्रित रहेगा. आखिरकार डायबिटीज़ मरीजों के लिए सही खानपान ही दवाई का सबसे अहम हिस्सा है.

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