हादसे में पांच लोगों की मौत हुई थी।
जिले के धरनावदा इलाके में पिछले महीने कुएं में हुई पांच लोगों की मौत के मामले में खेत मालिक दो भाइयों पर मामला दर्ज किया गया है। दोनों पर लापरवाही और उपेक्षापूर्ण कार्य से हुई मौत की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
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बता दें कि मामला 24 जून का है। धरनावदा गांव में 24 जून की सुबह करीब 11 बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां आम के बगीचे में बने कुएं में गिरी एक गाय को बचाने के चक्कर में छह लोग कुएं में उतर गए।
कुएं में नीच जहरीली गैस के कारण उनका दम घुटने लगा। इनमें से एक युवक वापस बाहर आ गया और पांच लोग कुएं में डूब गए। पांचों की मौत हो गई। ग्रामीणों और SDERF की टीम ने कुएं में से पांच शव निकाले। सभी शवों का जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम किया गया। पीएम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिए गए।
ऐसे हुई घटना
धरनावदा गांव के मुहाने पर ही किसी अनिल भदौरिया नाम के व्यक्ति का खेत है। इस खेत के बीच में ही एक लगभग 70 फीट का कुआं है। खेत में ही आम का बगीचा लगा हुआ है। आम के लगभग 15 से 20 पेड़ हैं। इन आम के पेड़ों से आम तोड़कर बेचने का ठेका उन्होंने गांव के ही दो लोगों को दे रखा था। मंगलवार सुबह तीन लोग आम तोड़ने के लिए गए हुए थे। इसी दौरान एक गाय वहां आ गई। गाय को उन्होंने भगाया, तो वह कुएं में गिर गई।
शुरुआत में दो लोग गाय को बचाने के लिए रस्सियों के सहारे कुएं में उतर गए। तीसरे व्यक्ति ने और ग्रामीणों को बुला लिया। इसके बाद एक एक कर कुल छह लोग कुएं में उतरते गए। कुएं में उतरते ही सभी को घुटन होने लगी। उनके हाथ पैरों ने काम करना बंद कर दिया। एक युवक को घुटन हुई, तो वह वापस बाहर आ गया। बाकी सभी बेहोश होकर कुएं में डूब गए।
घटना में सिद्धार्थ सहरिया पुत्र दिमान सिंह(25), गुरुदयाल ओझा पुत्र गंगाराम ओझा(40), शिवचरण साहू पुत्र भंवर लाल साहू(40), सोनू कुशवाह पुत्र पप्पू कुशवाह(28), मन्नू कुशवाह पुत्र श्रीकृष्ण कुशवाह(35) की मौत हो गई। वहीं पवन कुशवाह पुत्र ग्यारसी राम कुशवाह(35) घायल हो गया। सभी धरनावदा गांव के ही रहने वाले थे।
कुएं में से पांच शव निकाले गए थे।
जांच के लिए बनाई कमेटी
घटना के अगले दिन जिले के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों से भी बात की। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि कोई गैस थी, या फिर करंट वाली बात भी हो सकती है। इसलिए जांच करना चाहिए। ग्रामीणों की मांग के बाद प्रभारी मंत्री ने जांच समिति बनाने के निर्देश दिए थे।
उनके निर्देशों पर कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने नौ सदस्यों की जांच समिति बनाई थी। SDM की अध्यक्षता में नौ सदस्यों की टीम गठित की गई। SDM के अलावा टीम में राघौगढ़ SDOP, जनपद पंचायत CEO सहित अलग अलग विभागों के अधिकारी रखे गए थे। इस कमेटी ने दुर्घटना के कारण, मौके पर कुएं में पानी की स्थिति, राहत कार्य में कोई लापरवाही तो नहीं हुई, प्रकरण में उत्तरदायी विभागों की भूमिका और अन्य तथ्य जो टीम के सामने आए, उन पर जांच की।
कलेक्टर को सौंपी रिपोर्ट
जांच के बाद SDM ने बंद लिफाफे में रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी। रिपोर्ट में यह सामने आया कि कुएं में उतरे लोगों की मौत ऑक्सीजन कम होने के कारण सांस न ले पाने और फिर पानी में गिरने से दम घुटने से हुई।
दूसरी किसी गैस की बात जांच रिपोर्ट में नहीं आई है। कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने बताया था कि मौत का कारण दम घुटना आया है। कुएं में ऑक्सीजन कम लेवल कम हो गया था, जिस कारण सांस लेने में तकलीफ हुई।

कुएं पर मुंडेर तक नहीं थी।
खेत मालिकों पर मामला दर्ज
इस मामले में जांच के बाद गुरुवार को पुलिस ने कुएं के मालिक दो सगे भाइयों बंटी उर्फ प्रबलप्रताप भदौरिया और श्यामू भदौरिया के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। घटना के संबंध में थाना धरनावदा में मर्ग क्रमांक 43-47/25 दर्ज किया गया था। जांच के दौरान उपनिरीक्षक कृष्ण मुरारी तिवारी द्वारा एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई, जिसमें प्रत्यक्षदर्शियों और मृतकों के परिजनों के बयान दर्ज किए गए।
FIR में लिखा गया है कि बयानों में स्पष्ट रूप से बताया गया कि घटना वाले दिन सुबह करीब 10:30 से 12:30 के बीच गाय के कुएं में गिरने की सूचना पर बंटी और श्यामू भदौरिया ने गांव के छह युवकों को रस्सी के सहारे कुएं में उतार दिया था। इनमें मन्नू कुशवाह, सोनू कुशवाह, सिद्धार्थ सेहरिया, शिवचरण उर्फ शिब्बा साहू, और गुरूदयाल ओझा की मौत दम घुटने से कुएं में ही हो गई, जबकि पवन कुशवाह को किसी तरह रस्सी के सहारे खींचकर बाहर निकाला गया। पवन ही इस घटना का एकमात्र चश्मदीद और जीवित बचे व्यक्ति है।
कुएं के आसपास नहीं थे सुरक्षा इंतजाम
FIR के अनुसार कुएं के आसपास कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं थे। वहां मुंडेर तक नहीं थी और ऐसी स्थिति पहले भी ग्रामीणों द्वारा जिम्मेदारों के ध्यान में लाई गई थी, लेकिन दोनों भाइयों ने कोई इंतजाम नहीं किए।
उनके इसी उपेक्षापूर्ण और लापरवाही भरे रवैये के चलते यह दर्दनाक हादसा हुआ। घटना की जांच के दौरान मृतकों के शवों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी मौत का कारण पानी में दम घुटना पाया गया। इन सभी तथ्यों के आधार पर पुलिस ने बंटी और श्यामू भदौरिया के खिलाफ धारा 106(1), 125, 125(ए) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है।

ग्रामीणों ने प्रशासन को घेर लिया था।
धरनावदा थाना प्रभारी प्रभात कटारे ने बताया-

जांच के बाद कुएं के मालिकों पर FIR दर्ज की गई है। उन्होंने लापरवाही करते हुए कुएं पर मुंडेर नहीं बनाई। उनका उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा। लापरवाही के कारण मृत्यु की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
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