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यह कहना था मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़ी सामाजिक कार्यकर्ता संध्या शैली का। वह सोमवार को हिरोशिमा दिवस के मौके पर रोशनपुरा चौराहे पर हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं।
उन्होंने कहा कि जैसे 1945 में अमेरिका ने हिरोशिमा पर बम गिराकर इंसानियत को शर्मसार किया था, वैसे ही आज अमेरिका की शह पर इजराइल गाजा पट्टी को तबाह कर रहा है।
भोपाल में सांस्कृतिक, सामाजिक, महिला और वामपंथी संगठनों ने गाजा में चल रहे नरसंहार के खिलाफ एकजुट होकर विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन के दौरान ‘इजराइल-अमेरिका मुर्दाबाद’, ‘बच्चों की हत्या बंद करो’, ‘गाजा नहीं झुकेगा’, ‘इंसानियत पर हमला बंद हो’ जैसे नारे लगे।
यहां मनोज कुलकर्णी, संध्या कुलकर्णीं, बालेंद्र परसाई, आरती जैसे पर कई समाजसेवी व सद्भावना मंच से जुड़े लोग पहुंचे थे।
रोशनपुरा चौराहे पर पहुंचे कई समाजसेवी।
जहां खाना लेने जाते हैं बच्चे, वहीं गिरते हैं बम संध्या शैली ने आगे कहा कि गाजा की हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि जहां बच्चे राशन लेने जाते हैं, वहीं पर बम बरसा दिए जाते हैं। ये सिर्फ युद्ध नहीं, सामूहिक नरसंहार है। शर्मनाक ये है कि भारत सरकार इजराइल और अमेरिका के साथ खड़ी दिख रही है।
हम मांग करते हैं कि भारत अपनी परंपरागत फिलिस्तीन समर्थक विदेश नीति पर लौटे और जुल्म के खिलाफ आवाज उठाए। फिलिस्तीन की जनता भूख से मर रही है और दुनिया चुप है।
भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग सद्भावना मंच के सचिव हाजी इमराज हारून ने बताया कि फिलिस्तीन में जो जुल्म हो रहा है, इसके खिलाफ हमने एकजुट होकर हमने भारत सरकार से मांग की है, वहां जो बच्चों का नरसंहार हो रहा है, जुल्म हो रहे हैं, ज्यादती हो रही है, लोगों को भूखा मारा जा रहा है भारत सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए। यहां हम एकजुट होकर मांग कर रहे हैं कि गाजा और फिलिस्तीन में जो नरसंहार हो रहा है उसे बंद किया जाए।
तस्वीरों में देखिए….

कई समाजसेवी संगठन भी हुए शामिल।

छोटे बच्चे भी दे रहे थे संदेश।

रोशनपुर चौराहे पर हुए एकत्रित होकर प्रदर्शन किया।

इस दौरान कई बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हुए।