Two Boxers Die From Brain Injuries: जापान में दो मुक्केबाजों की एक ही दिन में ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई. दोनों की मौत टोक्यो में हुई प्रतियोगिता के दौरान मस्तिष्क में लगी चोटों के कारण हुई है. दोनों जापानी एथलीट को 2 अगस्त को चोट लगने के बाद आपातकालीन सर्जरी के लिए ले जाया गया था. जहां 28 वर्षीय शिगेतोशी कोटारी और 28 वर्षीय हिरोमासा उराकावा की मौत हो गई. इन मौतों की पुष्टि विश्व मुक्केबाजी महासंघ ने शनिवार को थी. अब सवाल है कि आखिर ब्रेन हेमरेज क्या है? ब्रेन हेमरेज के सामान्य कारण क्या हैं? ब्रेन हेमरेज के लक्षण और बचाव क्या हैं? क्या आम लोगों में भी ब्रेन हेमरेज का जोखिम? इस बारे में
News18 को बता रहे हैं अपोलो हॉस्पिटल नोएडा के
सीनियर न्यूरोसर्जन डॉ. अजय कुमार प्रजापति-
ब्रेन हेमरेज क्या है?
एक्सपर्ट के मुताबिक, ब्रेन हेमरेज (Brain Hemorrhage), जिसे मस्तिष्क रक्तस्राव भी कहा जाता है. ब्रेन हेमरेज बेहद गंभीर स्थिति है, जिसमें मस्तिष्क के अंदर या आसपास रक्त वाहिका फट जाती है, जिससे रक्त का रिसाव होता है. यह स्थिति बेहद जानलेवा साबित हो सकती है.
ब्रेन हेमरेज के मुख्य कारण क्या हैं?
ब्रेन हेमरेज के कई कारण हो सकते हैं, जैसे उच्च रक्तचाप, एनी्यूरिज्म, मस्तिष्क ट्यूमर, रक्त वाहिका संबंधी समस्याएं या सिर में तेज चोट. ब्रेन हेमरेज के लक्षणों में तेज सिरदर्द, उल्टी, चक्कर आना, बोलने में कठिनाई और दौरे शामिल हो सकते हैं. इसलिए जापान में जिन 2 मुक्केबाज खिलाड़ियों की जान गई है उनके सिर पर तेज चोट लगी होगी.
क्या आम लोगों को भी ब्रेन हेमरेज का खतरा?
डॉक्टर बताते हैं कि, ब्रेन हेमरेज किसी को भी हो सकता है, चाहे वह युवा हो या बूढ़ा. लेकिन, कुछ कारक इसके जोखिम को बढ़ा सकते हैं. जैसे- हाई ब्लड प्रेशर, सिर में गहरी चोट, रक्त वाहिकाओं की असामान्य स्थितियां, मस्तिष्क ट्यूमर, शराब का अत्यधिक सेवन और धूम्रपान आदि.
क्या पहलवानों में भी ब्रेन हेमरेज का खतरा?
एक सामान्य पहलवान और जिम करने वालों में ब्रेन हेमरेज का जोखिम न के बराबर है. क्योंकि, ब्रेन हेमरेज मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी है. पहलवानी में सिर पर कभी-कभार चोट लग सकती है. लेकिन, लगातार चोट नहीं लगती है. वहीं, जिम करने वालों में मस्तिष्क चोट का खतरा नहीं होता है.
ब्रेन हेमरेज के लक्षण
तेज सिरदर्द
उल्टी
चक्कर आना
बोलने में कठिनाई
कमजोरी या सुन्नता
दृष्टि में परिवर्तन
दौरे
बेहोशी
ब्रेन हेमरेज से बचाव
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करें.
सिर में चोट लगने से बचाएं.
ब्रेन की स्क्रीनिंग कराते रहें.
धूम्रपान-शराब का सेवन सीमित करें.
हेल्दी डाइट और नियमित एक्सरसाइज.
ब्रेन में चोट लगने के नुकसान
ब्रेन में चोट लगने से देखने, सुनने की क्षमता में कमी.
ब्रेन इंजरी के बाद दौरे पड़ना आम है, खासकर शुरुआती दौर में.
कुछ लोगों को निगलने में परेशानी हो सकती है, जिसे डिस्फेजिया कहते हैं.
चोट के बाद थकान, नींद में परेशानी या सिरदर्द हो सकता है.
निर्णय लेने, योजना बनाने और समस्याओं को हल करने में मुश्किल हो सकती है।
मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन, या गुस्सा आना आम है.
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