डेयरी फार्मिंग क्यों ज़रूरी है पढ़ाई के साथ?
पशुपालन केवल गाय-भैंस पालने तक सीमित नहीं है. इसमें पशुओं का खानपान, उनकी सेहत, टीकाकरण, सही नस्ल का चुनाव, दूध की क्वालिटी और मार्केटिंग जैसी कई चीजें शामिल होती हैं. अगर इन बातों का सही ज्ञान नहीं होगा, तो नुकसान झेलना पड़ सकता है. यही कारण है कि अब डेयरी फार्मिंग के लिए प्रोफेशनल कोर्स और डिग्री उपलब्ध कराई जाती हैं.
1. बी.एससी. डेयरी टेक्नोलॉजी (B.Sc. Dairy Technology)
यह चार साल का ग्रेजुएशन कोर्स है. इसमें दूध से जुड़े सभी पहलुओं की पढ़ाई कराई जाती है – जैसे दूध का प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, डेयरी प्रोडक्ट्स बनाना और क्वालिटी टेस्टिंग.
इस कोर्स में पशुओं की देखभाल, दाना-पानी, ब्रीडिंग और हेल्थ मैनेजमेंट की पढ़ाई होती है. यह भी तीन से चार साल का कोर्स होता है.
3. डिप्लोमा इन डेयरी टेक्नोलॉजी
अगर कोई ज्यादा लंबी पढ़ाई नहीं करना चाहता, तो दो साल का डिप्लोमा भी कर सकता है. इसमें डेयरी के बेसिक ज्ञान से लेकर छोटे स्तर पर बिज़नेस शुरू करने की ट्रेनिंग दी जाती है.
कई सरकारी और प्राइवेट संस्थान डेयरी फार्मिंग और पशुपालन के लिए छोटे-छोटे ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाते हैं, जिनकी अवधि एक हफ्ते से लेकर छह महीने तक होती है.
कहां से करें पढ़ाई?
भारत में कई कृषि विश्वविद्यालय और डेयरी साइंस कॉलेज इस क्षेत्र में पढ़ाई कराते हैं. जैसे –
नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (करनाल, हरियाणा)
आनंद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (गुजरात)
तमिलनाडु वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेस यूनिवर्सिटी
आईसीएआर से जुड़े विभिन्न कृषि और पशुपालन कॉलेज
डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई योजनाएं चलाती हैं.
1. डेयरी एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट स्कीम (DEDS)
इस योजना के तहत नए डेयरी फार्म खोलने वालों को सब्सिडी दी जाती है. बैंक लोन का 25% से लेकर 33% तक सरकार खुद वहन करती है.
यह योजना उच्च गुणवत्ता वाली नस्ल, कृत्रिम गर्भाधान और दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए है. किसान यहां से तकनीकी और आर्थिक मदद दोनों ले सकते हैं.
3. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
छोटे स्तर पर डेयरी फार्मिंग शुरू करने वालों को बिना गारंटी के लोन मिलता है. इससे गाय-भैंस खरीदने, शेड बनाने और उपकरण खरीदने में मदद मिलती है.
डेयरी से जुड़े खर्चों को पूरा करने के लिए किसान इस कार्ड से आसानी से कर्ज ले सकते हैं और ब्याज दर भी बहुत कम रहती है.
अगर आप डेयरी फार्मिंग को सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक प्रोफेशनल बिज़नेस बनाना चाहते हैं, तो पढ़ाई और सरकारी योजनाओं का सहारा ज़रूर लें. सही कोर्स करके और सरकार की सब्सिडी का लाभ उठाकर आप आसानी से एक सफल डेयरी उद्यमी बन सकते हैं. आने वाले समय में डेयरी उद्योग भारत में और तेजी से बढ़ेगा, ऐसे में यह बिज़नेस न केवल आपको आर्थिक मजबूती देगा, बल्कि रोजगार सृजन का भी बड़ा साधन बनेगा.
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