मोंथा तूफान के प्रभाव से सतना में गुरुवार को दिनभर और रात में भी बेमौसम बारिश होती रही। कहीं रिमझिम तो कहीं तेज बारिश ने मौसम में ठंडक घोल दी है।लेकिन इस बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है — खरीफ की पकी फसलें खेतों में पसर गई हैं, वहीं रबी सीजन की
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पिछले 24 घंटे में दिन और रात के तापमान में महज 1 डिग्री सेल्सियस का अंतर दर्ज किया गया।अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री और न्यूनतम 22.6 डिग्री सेल्सियस रहा।हवा में नमी का स्तर सुबह 95% और शाम को 96% दर्ज हुआ।जिला मुख्यालय में 0.16 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई, देर रात तक फुहारें जारी रहीं।
मौसम विभाग का कहना है कि मोंथा तूफान अब बिहार की ओर बढ़ रहा है।शुक्रवार को जिले में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी और हल्की बारिश की संभावना है। इसके बाद मौसम साफ हो सकता है।
खेती पर संकट: खरीफ फसलें गिरीं, रबी बुवाई रुकी कई दिनों से हो रही बारिश ने खेती की कमर तोड़ दी है।तेज हवाओं और पानी से धान की पकी फसलें खेतों में बिछ गई हैं,जबकि दलहनी और तिलहनी फसलों के खेतों में जलभराव से सड़ने की नौबत आ गई है।अब रबी की बुवाई में भी देरी तय मानी जा रही है।
किसानों के साथ खेत से खलिहान तक आफत लगातार चार माह तक हुई बारिश से दलहनी-तिलहनी फसलें पहले ही चौपट हो चुकी थीं,अब धान की फसल भी नुकसान की कगार पर है।कई किसानों की कटी फसल खलिहानों में भीग रही है, जिससे अनाज खराब होने की आशंका है।
एमपी भाकियू के अध्यक्ष जगदीश सिंह ने कहा बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है।शासन प्रशासन तत्काल सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को मुआवजा दे।
वहीं डीडीए आशीष पांडेय ने बताया कि अब तक बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन सभी क्षेत्रों में अधिकारी गांवों में जाकर स्थिति का आकलन कर रहे हैं।
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