गांव के अंदर मगरमच्छ को देखकर डरे-सहमे लोग अपने घरों में दुबककर दरवाजे बंद कर लिए और खिड़कियों झांकते रहे। हलांकि वन विभाग की रेस्क्यू टीम द्वारा मगरमच्छ को पकड़ लेनने के बाद लोगों ने कुछ राहत की सांस ली। करीब सात घंटे की कड़ी मेहनत के बाद विभाग की टीम ने मगरमच्छ पर काबू पाया।
By Dheeraj Belwal
Publish Date: Sun, 06 Jul 2025 03:43:38 PM (IST)
Updated Date: Sun, 06 Jul 2025 03:43:38 PM (IST)
नईदुनिया प्रतिनिधि, मैहर। वन मंडल मैहर के अमपाटन वन परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले राजस्व ग्राम दधीच टोला रामनगर में शनिवार की रात करीब आठ बजे एक मगरमच्छ दिखने से हडकंप मच गया। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी जानकारी वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर मगरमच्छ का रेस्क्यू करने में जुट गई। करीब सात घंटे की कड़ी मेहनत के बाद विभाग की टीम ने मगरमच्छ पर काबू पाया और उसका रेस्क्यू करते हुए सुरक्षित मारर्कण्डेय तालाब के पास बाण सागर बांध में छोड़ है।
वन विभाग ने रेस्क्यू किया मगरमच्छ
इस संबंध में अमरपाटन वन परिक्षेत्र अधिकारी सतीश चंद्र मिश्रा ने बताया कि उन्हें करीब रात आठ बजे गांव में मगरमच्छ होने की सूचना प्राप्त हुई। जिस पर वन मंडल अधिकारी मैहर मयंक चांदीवाल के निर्देशन पर वन परिक्षेत्र अधिकारी अमरपाटन, मुकुंदपुर जू का संयुक्त रेस्क्यू दल गठित कर मगरमच्छ के रेस्क्यू की कार्रवाई शुरु की गई। जिसे रेस्क्यू देर रात करीब तीन बजे किया जा सका।
इस दौरान गांव के अंदर मगरमच्छ को देखकर डरे-सहमे लोग अपने घरों में दुबककर दरवाजे बंद कर लिए और खिड़कियों झांकते रहे। हलांकि वन विभाग की रेस्क्यू टीम द्वारा मगरमच्छ को पकड़ लेनने के बाद लोगों ने कुछ राहत की सांस ली। रेस्क्यू टीम में रेस्क्यू दल में सतीश चंद्र मिश्रा रेंजर, शुभम खरे रेंजर, डिप्टी रेंजर अमरपाटन शुक्ला जी, शिवम परोहा, अभिषेक परिहार, अभिषेक विश्वकर्मा, अखिलेश मिश्रा, व्यास पाण्डेय, सुशील पाण्डेय, अरुण सिंह, सीताराम, संजय शामिल थे।
सर्च करने में लगा समय
गांव में मगरमच्छ होने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची वन विभाग व मुकुंदपुर जू की संयुक्त रेस्क्यू टीम मगरमच्छ की लोकेशन तलाश करना शुरु की। रात होने पर अंधेरा की वजह से वन विभाग की टीम सर्चलाइट व टॉर्च की सहायता से मगरमच्छ की तलाश शुरु की। जिसके बाद करीब दो-ढाई बजे मगरमच्छ दिखाई दिया। जिसका रेस्क्यू करते हुए पकड़ते हुए सुबह चार बजे मार्कण्डेय बांध में छोड़ दिया गया।
वन मंडल अधिकारी मयंक चांदीवाल ने बताया कि बारिश की वजह से बाण सागर बांध से ही मगरमच्छ अपना रास्ता भटककर गांव के अंदर पहुंच गया होगा। फिलहाल उसका रेस्क्यू कर उसे वापस बांध में छोड़ दिया गया है।
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