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Success Story: बलिया की संगीता ने कभी गरीबी और संघर्ष में दिन गुजारे. आज वह अपनी मेहनत के दम पर आत्मनिर्भर बन गई है. वह पूजा बत्ती बनाने का काम करती है. जिससे वह घर बैठे बंपर कमाई कर रही है.
जिले के गायत्री कॉलोनी निवासी संगीता जायसवाल ने कहा कि यह विचार एक साल से उनके मन में चल रहा था. फिर उन्होंने पूजा की बत्ती बनाना शुरू कर दिया, हाथ से बनी इस पूजा की बत्ती की डिमांड बढ़ने लगी. क्योंकि यह बत्ती बाजार से बिल्कुल अलग रहती है. यह बड़े अच्छे से जलती है. मांग के अनुसार बत्ती बनाने का काम उन्होंने 6 महीने से तेज कर दिया. इनका सपना है कि आने वाले समय में अनेक महिलाओं को रोजगार दे सकें. बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनकी बत्ती की मांग इतनी बढ़ जाएगी. लगातार महिलाएं आ रही हैं और बत्ती खरीद कर ले जा रही हैं.
यह हाथों से बनी बत्ती 100 रुपए में 250 पीस मिल जाती हैं. यही नहीं महिलाएं इनसे कहती भी है कि दीदी हमें भी सिखाइए. इस महिला को देख तमाम महिलाएं आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित हुई हैं. संगीता का कहना है कि जीवन बड़ा संघर्ष में रहा, तमाम कठिनाइयां आई, जो बताया नहीं जा सकता है. इनके पिताजी भी बुजुर्ग हो चुके हैं. अभी फिलहाल पूजा की बत्ती से आमदनी बढ़ गई है. इसका मानना है कि पैसा इकट्ठा करके अब वह मशीन लगाएगी और उसमें तमाम महिलाओं को रोजगार देंगी. संगीता बत्ती बनाने वाला रूई का पूरा गोल ₹70 रुपए में खरीदती है और उससे लगभग 1500 बत्ती बनती है. यानी महिला अपनी मेहनत से ₹70 लगाकर ₹600 कमाती है.
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