आइस टब थेरेपी के फायदे(Ice Tub Therapy For Body And Brain:)-
हेल्थलाइन के मुताबिक, आजकल फिटनेस और स्पोर्ट्स की दुनिया में एक शब्द तेजी से पॉपुलर हो रहा है – आइस बाथ थेरैपी यानी आइस बाथ. खासकर एथलीट्स और बॉडी रिकवरी चाहने वालों के बीच यह तरीका तेजी से ट्रेंड में है. जानिए इसके फायदे-
अगर आप कभी वर्कआउट के बाद मांसपेशियों में जलन या अकड़न महसूस करते हैं, तो आइस बाथ आपके लिए राहत बन सकता है. फिटनेस एक्सपर्ट गार्डनर के मुताबिक, “कई बार थकावट सिर्फ फिजिकल नहीं होती, बल्कि मानसिक भी होती है. आइस बाथ मांसपेशियों को ठंडक देकर उन्हें रिलैक्स करता है और दर्द को कम करता है.” यही वजह है कि प्रोफेशनल एथलीट्स इसे अपनी डेली रूटीन में शामिल करते हैं.
2.सेंट्रल नर्वस सिस्टम को देता है सपोर्ट
आइस बाथ सिर्फ मांसपेशियों के लिए नहीं, बल्कि आपकी नर्वस सिस्टम के लिए भी फायदेमंद है. यह नींद की क्वॉलिटी बेहतर बनाता है जिससे थकान कम होती है और शरीर अगले दिन के लिए तैयार हो जाता है. इसके अलावा, यह बॉडी रिएक्शन के टाइम और एनर्जी के स्तर को भी बढ़ा सकता है.
फिजिकल एक्टिविटी के बाद शरीर में सूजन होना आम बात है. एक्सपर्ट जे कहते हैं कि आइस बाथ मसल्स के आसपास के तापमान को कम करके इन्फ्लेमेशन को घटाता है, जिससे रिकवरी तेज़ होती है और शरीर जल्दी सामान्य हो जाता है.
4.गर्मी और उमस के असर को करता है कम
अगर आप किसी ऐसे एरिया में वर्कआउट या दौड़ने की सोच रहे हैं जहां गर्मी और नमी बहुत ज़्यादा है, तो वर्कआउट से पहले आइस बाथ लेना आपके लिए मददगार हो सकता है. यह शरीर के कोर तापमान को कुछ डिग्री तक नीचे लाकर परफॉर्मेंस को बेहतर बनाता है.
5.तनाव में मिलती है राहत
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सपर्ट ऑरिमास के अनुसार, आइस बाथ का एक अनदेखा लेकिन जबरदस्त फायदा यह है कि यह आपकी वेगस नर्व को एक्टिव करता है. यह नर्व हमारे शरीर के पैरासिम्पेथेटिक सिस्टम से जुड़ी होती है, जो तनाव के समय शरीर को शांत करने में मदद करती है. यानी, आप मुश्किल या टेंशन भरे माहौल में ज्यादा ठंडे दिमाग से सोच पाते हैं.
अगर आप अपनी फिटनेस को अगले स्तर पर ले जाना चाहते हैं, मांसपेशियों की थकान से जूझ रहे हैं, या सिर्फ दिमागी तनाव से राहत पाना चाहते हैं, तो आइस बाथ थेरैपी एक नेचुरल, आसान और असरदार तरीका है. लेकिन ध्यान रखें – इसे अपनाने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह ज़रूर लें.