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Chirota ke Fayde: बारिश के मौसम में कई ऐसे जंगली पौधे उग जाते हैं जिन्हें लोग खरपतवार समझकर उखाड़ फेंकते हैं. लेकिन इन्हीं में से एक पौधा है जो औषधीय गुणों से भरपूर है, आइए जानते हैं इसके बारे में…
सब्जी के रूप में करते हैं सेवन
चिरोटा की भाजी को लोग आम तौर पर सब्जी के रूप में इस्तेमाल करते हैं. बारिश के दिनों में सब्जियों की खेती होना मुश्किल होता है. ऐसे में सब्जियों की कीमत आसमान छूती है. ऐसे में इस तरह की भाजी लोग बड़े चाव से खाते हैं. चिरौटे के पौधे से हरी और मुलायम पत्तियों को तोड़ा जाता है. ऐसे में लोग इसे लाल भाजी और चौलाई भाजी की तरह आलू के साथ बनाते हैं. इसका स्वाद कई गुना बढ़ जाता है. ये चिरोटा का पौधा आसानी से जंगल के किनारे पर पाए जाते हैं.
इन नामों से भी जाना जाता है चिरोटा को हमारे बालाघाट में चिरोटा अधिक मात्रा में पाया जाता है . अभी का समय इसकी भाजी खाने का है, जो बहुत ही गुणकारी होती हैं . इसे चिरोटा चकोड़, फुहांडियां, पवांड, पनवाड़, चक्रवड आदि नामों से भी जाना जाता है .
चिरोटा भाजी खाने के फायदे
बीएमएस स्टूडेंट अतुल पटले का कहना है कि चिरोटा के ताजे पत्तों की सब्जी लिवर सिरोसिस में फायदेमंद होती है. आधे सिरदर्द में इसके बीजों को पीसकर लेप बनाकर माथे पर लगाने से राहत मिलती है. कील-मुंहासों के लिए चिरोटा के बीजों का चूर्ण और चंदन मिलाकर लगाने से फायदा होता है.
खांसी में इसके बीजों के पाउडर की एक ग्राम मात्रा लेने से आराम मिलता है. एक्जिमा, सोरायसिस और दाद-खाज-खुजली में इसके पत्तों को उबालकर उस पानी से स्नान करने से लाभ होता है.
इसके अलावा, चिरोटा के पत्तों की सब्जी खाने और इसके बीजों की 2-3 ग्राम मात्रा पानी के साथ सुबह-शाम लेने से कई बीमारियों में फायदा मिलता है. इसके बीजों की 3 ग्राम मात्रा डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करती है. ये दिल को मजबूत बनाता है, कोलेस्ट्रॉल कम करता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.