सावधान…ये जहर से कम नहीं! क्या आप भी एंटीबायोटिक्स का कर रहे हैं गलत इस्तेमाल? एक्सपर्ट ने दी चेतावनी

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Health Tips: आदिवासी इलाकों में एंटीबायोटिक दवाओं का बिना सही सलाह के अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो रहा है. स्थानीय डॉक्टर भी मामूली वायरल बीमारियों में एंटीबायोटिक देते हैं, जिससे इंफेक्शन बढ़ …और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • वायरल बीमारियों में एंटीबायोटिक
  • अंधाधुंध सेवन कर रहा है नुकसान
  • वायरल बीमारियों में एंटीबायोटिक दवा

सरगुजा. छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के कई ऐसे इलाके हैं, जो आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है जहां के लोग धड़ल्ले से एंटीबायोटिक दवा का सेवन करते हैं, लेकिन उन्हें यह पता नहीं होता है कि आगे जाकर यही एंटीबायोटिक दवा शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. गांव में ज्यादातर लोगों को मामूली बीमारियां वायरल होती है. इसे काफी ज्यादा नुकसान होता है, लेकिन लोग समझते नहीं हैं. गांव में स्थानीय डॉक्टरो के द्वारा भी लोगों को नॉर्मल बीमारियों में भी एंटीबायोटिक दवा दे देते हैं. हल्कीफुल्की दवाइयां से मामूली बीमारी ठीक हो जाती हैं. परन्तु उस कंडीशन में भी एंटीबायोटिक दवा का सेवन करते हैं, जो एक प्रकार से शरीर में इंफेक्शन पैदा करती हैं, क्योंकि यदि मरीज ठीक नहीं होता है, तो जाहिर सी बात है कि इंफेक्शन शरीर में रहेगा, देखिए क्या कह रहे है डॉक्टर..

गांवों में एंटीबायोटिक दवा का सेवन लोग धड़ल्ले से करते हैं, स्थानीय डॉक्टर भी कई तरह के एंटीबायोटिक दवा दे देते हैं, जबकि मामूली अधिकांश बीमारियां वायरल होती है. इससे काफी नुकसान होता है. ऐसे में इसके दुष्प्रभावों के बारे में जिला अस्पताल अंबिकापुर के डॉक्टर और नोडल अधिकारी स्वस्थ विभाग शैलेन्द्र गुप्ता ने लोकल 18 को बताया कि, एंटीबायोटिक की जो दवाईयां होती है. वर्तमान में काफी हद तक सेफ रहती है, लेकिम यदि एंटीबायोटिक दवा,जहां पर जरूरत नहीं होती है. वहां पर यदि डॉक्टर दे देते हैं. तो ऐसी स्थिति में आगे चलकर के यही एंटीबायोटिक रहती है ओ उन बीमारियों में जिनमें सामान्य रूप से मरीज हल्की फुल्की दवाई से ठीक हो सकते है. उनके लिए खतरनाक हो जाता हैं तो मरीज ठीक नहीं होता हैं.

यदि मरीज ठीक नहीं होगा इंफेक्शन शरीर में रहेगा, तो और बहुत सारे बीमारिया कम्युनिकेशन पैदा कर सकते हैं. ऐसे में अगर बारिश के मौसम में सामान्य रूप से लुझ्मोशन कि शिकायत है. तो डॉक्टर के द्वारा सलाह दिया जाता है कि सबसे पहले ors नमक पानी घोल का सेवन करें पहले जो शरीर में कमी उत्पन्न होती है. उसकी कमी को पूरी करें ओर डॉक्टरों के सलाह के अनुसार दवाइयों का सेवन करें. न कि बिना सलाह के दवाई का सेवन करें. डॉ शैलेंद्र गुप्ता के मुताबिक जरूरत हो, तभी एंटीबायोटिक दवा का उपयोग करें, नहीं तो एंटीबायोटिक दवा का दुष्प्रभाव हो सकता ह. कई सारी बीमारियों का रूप धारण कर सकता है. ऐसी स्थिति में डॉक्टर के द्वारा भी यही सलाह दी जाती है कि एंटीबायोटिक दवा का सेवन नॉर्मल वायरल बीमारियों में ना करें जो हल्की फुल्की दवाइयां से ठीक हो जाती है. ऐसी स्थिति में एंटीबायोटिक दवा से बचें.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked … और पढ़ें

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ये जहर से कम नहीं! क्या आप भी एंटीबायोटिक्स का कर रहे हैं गलत इस्तेमाल?

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