बालाघाट पुलिस की संवेदनशीलता से एक गरीब परिवार को बड़ी राहत मिली है। सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए मछली विक्रेता सुखचंद मेश्राम को पुलिस की मदद से निजी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
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14 जून को बैहर-परसवाड़ा मार्ग पर जलगांव डेम के पास हुए सड़क हादसे में सुखचंद मेश्राम गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें सिर में गंभीर चोटें आई थीं। उन्हें पहले परसवाड़ा अस्पताल, फिर जिला अस्पताल और अंत में गोंदिया के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां विशेषज्ञ चिकित्सक ने उनकी ब्रेन सर्जरी की।
सुखचंद अपने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। वह मछली बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। परिवार ने इलाज के लिए अपनी सारी बचत खर्च कर दी। लेकिन निजी अस्पताल का बिल बहुत अधिक हो गया था। इससे उनकी पत्नी गीता मेश्राम परेशान थीं।
हिम्मत न हारते हुए गीता ने पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा से मुलाकात की और अपनी समस्या बताई। एसपी ने इस मामले को संवेदनशीलता से लिया। उन्होंने व्यक्तिगत प्रयास किया और मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान, सामाजिक सहयोग और प्रशासनिक समन्वय से अस्पताल का बिल जमा करवाया।
7 अगस्त को पुलिस ने अपनी एम्बुलेंस से सुखचंद को डेढ़ महीने बाद अस्पताल से छुट्टी दिलाकर उनके गांव सीतापुर, मोहगांव पहुंचाया। अब सुखचंद पूरी तरह स्वस्थ हैं और अपने घर पर हैं।