167 किलोमीटर की रफ्तार से तबाही मचाई, अब बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ा ‘विफा’, भारत पर क्या होगा असर?

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Typhoon Wipha: विफा तूफान पिछले कुछ दिनों में कई देशों में भारी तबाही लेकर आया है. यह तूफान अपनी तेज रफ्तार और विनाशकारी शक्ति के कारण इतिहास के सबसे खतरनाक तूफानों में गिना जा रहा है. हालांकि इससे बड़े-बड़े तू…और पढ़ें

विफा तूफान का कहर. (Credit- Reuters)

हाइलाइट्स

  • विफा तूफान बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है.
  • भारत में विफा तूफान का असर कम होगा.
  • विफा तूफान ने दक्षिण-पूर्व एशिया में भारी तबाही मचाई.

इस वक्त मौसम मॉनसून का है, जो तीखी गर्मी से राहत तो दिला रहा है लेकिन दुनिया के कई हिस्सों में इसके चलते ऐसी तबाही मची हुई है कि तस्वीरें देखकर आप दंग रह जाएंगे. खासतौर पर जिन देशों को छूकर विफा तूफान गुजरा है, वो अलग ही तबाही का मंजर देख रहे हैं. 20 जुलाई से लेकर 22 जुलाई तक इस तूफान ने अपना विकराल रूप दिखाया है और अब ये बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है.

तूफान विफा ने दक्षिण-पूर्व एशिया में भारी तबाही मचाई, जिसने कई देशों को प्रभावित किया और अब ये कमजोर होकर बंगाल की खाड़ी की तरफ आ रहा है. 18 जुलाई को ये तूफा पश्चिमी प्रशांत महासागर में बना. इसे अपनी तीव्र गति और भारी बारिश के लिए जाना जा रहा है. चलिए आपको बताते हैं कि इस तूफान ने कहां-कहां अपने विनाश के निशान छोड़े.

फिलीपींस में क्रिसिंग नाम से एंट्री

विफा ने 20 जुलाई को लुज़ोन द्वीप के पास 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से प्रवेश किया. तब तक ये कैटेगरी-1 के तूफानों में शामिल था, यहां इसे क्रिसिंग नाम दिया गया. तूफान ने भारी बारिश और भूस्खलन से कैगायन वैली और बिकोल क्षेत्रों में तबाही मचाई. तूफान की वजह से 5 लोगों की मौत, 7 लापता और 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए. तूफान से करीब 400 सड़कें और 30 पुल क्षतिग्रस्त हुए. हालांकि साल 2013 के टाइफून हैयान की तुलना में विफा कम शक्तिशाली था, लेकिन इसकी बारिश और भूस्खलन ने स्थानीय समुदायों को गहरा नुकसान पहुंचाया.

चीन में विफा का कहर

21 जुलाई को विफा ने हॉन्ग कॉन्ग और ग्वांगडोंग में 167 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से लैंडफॉल किया. इस दौरान ज़ुहाई और ग्वांगडोंग में 471 पेड़ उखड़े, 400 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं और 26 लोग घायल हो गए. 3 घंटे में 110 मिलीमीटर की बारिश दर्ज की गई. हांगकांग और मकाऊ में सार्वजनिक परिवहन ठप हो गया. साल 2024 के टाइफून यागी की तुलना में विफा कम तीव्र था, लेकिन इसकी तेज हवाओं ने तटीय क्षेत्रों में भारी नुकसान किया.

वियतनाम में भारी बारिश

22 जुलाई को हानोई और हंग येन में विफा पहुंचा, तो इसकी रफ्तार थोड़ी कम हो चुकी थी. इस दौरान 102 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से विफा ने लैंडफॉल किया. इस दौरान 500 मिलीमीटर तक बारिश हुई और बाढ़ के चलते सड़कों, स्कूलों और खेतों को नुकसान पहुंचा. इससे निपटने के लिए 3,50,000 सैनिक तैनात किए गए लेकिन अभी तक कोई मौत की सूचना नहीं है. ये तूफान यागी की तुलना में कम विनाशकारी रहा, लेकिन बाढ़ का खतरा बना हुआ है.

भारत पर प्रभाव

22 जुलाई के बाद विफा अब कमजोर होकर बंगाल की खाड़ी में एक नया मानसूनी सिस्टम बना सकता है. यह पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में भारी बारिश ला सकता है. हालांकि इससे ज्यादा कोई असर भारत में इस तूफान का नहीं होगा क्योंकि अब इसकी ताकत कम हो चुकी है. विशेषज्ञों के मुताबिक जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते समुद्री सतह तापमान ने ऐसे तूफानों की तीव्रता को बढ़ाया है.

Prateeti Pandey

News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा…और पढ़ें

News18 में Offbeat डेस्क पर कार्यरत हैं. इससे पहले Zee Media Ltd. में डिजिटल के साथ टीवी पत्रकारिता भी अनुभव रहा है. डिजिटल वीडियो के लेखन और प्रोडक्शन की भी जानकारी . टीवी पत्रकारिता के दौरान कला-साहित्य के सा… और पढ़ें

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167 किलोमीटर की रफ्तार से तबाही मचाई, अब बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ा ‘विफा’

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