कैसे किया जाता है अर्ध हलासन का अभ्यास?
अर्ध हलासन से सेहत को क्या फायदे होंगे?
यह आसन पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करता है, जिससे कब्ज और अपच की समस्या से राहत मिलती है. यह रीढ़ को लचीला बनाता है और पीठ दर्द को कम करता है. यह आसन मन को भी शांत करने में सहायक है, जिससे तनाव व चिंता कम होती है. यह पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करता है और रक्त संचार को बेहतर बनाता है.
आयुष मंत्रालय अर्ध हलासन करने का सही तरीका भी बताता है. अभ्यास के लिए योग मैट पर पीठ के बल लेट जाएं. दोनों पैरों को मिलाकर सीधा रखें और हथेलियों को शरीर के पास रखें. सांस लेते हुए धीरे-धीरे दोनों पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं. इस दौरान बिना घुटनों को मोड़े पैरों को सीधा रखें और 10-15 सेकंड तक इस स्थिति में रहें. इसके बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे पैरों को नीचे लाएं. इस प्रक्रिया को 3-5 बार दोहराएं.
अर्ध हलासन के अभ्यास से कई लाभ मिलते हैं. हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट कुछ सावधानी बरतने की भी सलाह देते हैं. हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को इसे विशेषज्ञ की सलाह पर ही करना चाहिए. गर्भवती महिलाएं, हर्निया या गंभीर रीढ़ की समस्या से ग्रसित लोगों को भी विशेष ध्यान रखना चाहिए.