दूध में मिलाकर पियें ये आयुर्वेदिक चीजें(Ayurvedic Ingredients To Mix In Milk)-
हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन (Curcumin) एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी एजेंट है. जब इसे दूध में मिलाकर पिया जाता है, तो शरीर में सूजन कम होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. अगर आप इसमें एक चुटकी काली मिर्च भी मिला लें, तो यह कर्क्यूमिन के अवशोषण को कई गुना बढ़ा देती है. यह सर्दी-जुकाम, जोड़ों के दर्द और स्किन प्रॉब्लम्स के लिए भी बेहद फायदेमंद है.
मुलेठी – सर्दी, कफ और गले की सूजन में राहत-
मुलेठी एक फेमस आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो खासकर कफ, सर्दी और गले की सूजन में बेहद असरदार मानी जाती है. दूध में मुलेठी पाउडर मिलाकर पीने से बलगम की समस्या से राहत मिलती है, साथ ही गले के दर्द और खराश में भी आराम मिलता है. यह मिश्रण खासकर बदलते मौसम में बहुत उपयोगी होता है.
महिलाओं के लिए शतावरी (Shatavari) एक अमृत समान जड़ी-बूटी मानी जाती है. इसका उपयोग खासकर हार्मोनल बैलेंस और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए किया जाता है. दूध में शतावरी पाउडर मिलाकर नियमित रूप से पीने से पीरियड्स संबंधी समस्याएं, पीसीओएस, और फर्टिलिटी इश्यूज में फायदा होता है. यह हार्मोन को संतुलित रखता है और शरीर को भीतर से पोषण देता है.
शिलाजीत – स्टैमिना और एनर्जी बढ़ाने में सहायक-
शिलाजीत एक नेचुरल मिनरल रेजिन है जो हिमालय की चट्टानों से प्राप्त होता है. इसे ऊर्जा का स्रोत माना जाता है. दूध में शिलाजीत पाउडर मिलाकर पीने से शारीरिक ताकत, स्टैमिना और मेंटल फोकस में सुधार होता है और शरीर की कमजोरी को दूर करता है.
अगर आप तनाव, चिंता या मूड स्विंग्स से परेशान हैं, तो रॉ कोकोआ पाउडर वाला दूध जरूर आजमाएं. कोकोआ में मौजूद फ्लावोनॉयड्स और मैग्नीशियम मूड को बेहतर बनाते हैं और दिमाग को शांत करते हैं. यह न केवल मानसिक थकावट को दूर करता है बल्कि फोकस और मेमोरी भी बढ़ाता है. बच्चों और स्टूडेंट्स के लिए यह एक बेहतरीन ड्रिंक हो सकता है.
इस तरह अगर आप भी अपनी दिनचर्या में दूध का बेहतर उपयोग करना चाहते हैं, तो इन 5 चीजों को मिलाकर जरूर आजमाएं. ये आपके शरीर को न सिर्फ ताकत देंगे, बल्कि आपको बीमारियों से भी बचाएंगे और वह भी पूरी तरह प्राकृतिक तरीके से.