मुरैना में गांव के दबंगों पर दलित परिवार की झोपड़ी जलाने का आरोप है।
मुरैना में अंबाह थाना क्षेत्र के मल बसई गांव में दबंग गुर्जर समाज के लोगों पर दलित परिवार से मारपीट करने और उनकी दो झोपड़ियों में आग लगाने का आरोप लगा है। ये वही झोपड़ियां थीं जिनमें दलित अपने मवेशी बांधते थे।
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पीड़ित पक्ष का कहना है कि दबंग लंबे समय से उन्हें बंधुआ मजदूरी करने के लिए दबाव बना रहे थे।
बंधुआ मजदूरी का दबाव, न मानने पर हमला मल बसई गांव के रहने वाले रिंकू सखबार (जाटव) ने बताया कि गांव के रवि गुर्जर, उसके पिता पंजाब गुर्जर और चाचा श्रीकृष्ण उर्फ बंटी पहलवान पिछले कई महीनों से उनके परिवार पर दबाव डाल रहे थे कि वे उनके हिसाब से काम करें और इसके बदले कोई मजदूरी न लें। यह एक तरह से बंधुआ मजदूरी जैसा था। रिंकू का परिवार इससे लगातार इंकार कर रहा था।
रक्षाबंधन के मौके पर रिंकू की बहन और बुआ घर आई हुई थीं। आरोप है कि सोमवार शाम करीब 7 बजे रवि गुर्जर, उसके पिता और चाचा अपने साथियों के साथ आए, अवैध हथियार (कट्टा) दिखाकर धमकी दी और विरोध करने पर रिंकू की पिटाई कर दी। झगड़ा मवेशी वाली झोपड़ियों के पास हुआ और आरोपियों ने उन पर आग लगा दी।
पीड़ित रिंकू ने बताया
उन्होंने पहले मारपीट की, फिर हमारे मवेशियों की झोपड़ियों में आग लगा दी।
एसडीओपी अंबाह रवि भदौरिया ने बताया

मल बसई गांव में झगड़ा हुआ है। एक पक्ष गुर्जर है, दूसरा सखबार। आग लगी है, लेकिन घर में नहीं, जहां मवेशी बंधते हैं वहां लगी है। असल में आग कैसे लगी, किसने लगाई यह जांच का विषय है। पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और जो भी सच सामने आएगा, उसके आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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