बालाघाट का अजय तिड़के जो मनी डबल करने के स्कैम का मुख्य आरोपी है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भोपाल ने बालाघाट के मनी डबल करने के स्कैम के आरोपी अजय तिड़के और उसके साथियों की 26 चल अचल संपत्तियों को समेत कुल 4.47 करोड़ की प्रॉपर्टी कुर्क की है। अजय तिड़के को तीन साल पहले बालाघाट पुलिस ने अप्रैल 2022 में तब गिरफ्तार किया ग
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20 अगस्त को ईडी ने अजय तिड़के और अन्य साथियों से संबंधित डबल मनी स्कैम के मामले में पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के अंतर्गत कार्रवाई की है। ईडी ने 1.49 करोड़ रुपए मूल्य की 26 चल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। ये संपत्तियां बैंक खातों, जीवन बीमा पॉलिसियों और म्यूचुअल फंड के रूप में हैं। ईडी ने इस मामले में कुल 4.47 करोड़ की कुर्की की है।
तीन साल पहले दर्ज हुआ था मामला
बालाघाट पुलिस ने तीन साल पहले स्थानीय नागरिकों की शिकायत पर अजय तिड़के और साथियों पर केस दर्ज किया था। पुलिस ने समीर सौरभ के एसपी रहने के दौरान जिले की लांजी और किरनापुर तहसील में अवैध रूप से लोगों को झांसा देकर राशि जमा करने के मामले में तीन प्रकरण दर्ज करते हुए 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। तीन मुख्य आरोपी अजय तिड़के निवासी किरनापुर, सोमेंद्र कंकरायने व हेमराज आमाडारे दोनों निवासी लांजी थे। पुलिस ने उनके एजेंटों को भी गिरफ्तार किया था।
गरीब महिला के घर में छिपाए थे 1.35 करोड़ रुपए
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई थी कि आरोपी अजय तिड़के के भाई महेश तिड़के ने ग्राम नंबर टोला में एक महिला को लालच देकर उसके घर में 1 करोड़ 35 लाख छिपाए। इसके बाद पुलिस ने सूचना पर निशाबाई कालबेले (40) के घर में जमीन में दबाकर रखे गए नोटों से भरे 2 बैग जब्त किए जिसमें 1 करोड़ 35 लाख रुपए की राशि थी। इस कार्रवाई के बाद आरोपी अजय तिड़के जेल में रहते ग्राम जामडीमेटा से चुनाव जीत सरपंच भी निर्वाचित हो चुका है। जेल में रहने के दौरान जब वह नामांकन जमा करने पहुंचा था तो भारी पुलिस बल उसकी सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था।
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