एम्स भोपाल की ट्रांसलेशनल मेडिसिन विभाग की प्रमुख और रिसर्च की एसोसिएट डीन, डॉ. रुपिंदर कौर कंवर को बायोमेडिकल रिसर्च लीडर ऑफ द ईयर (इंडिया) का खिताब मिला है। यह सम्मान उन्हें फॉर्चुना ग्लोबल एक्सीलेंस अवॉर्ड्स (इंडिया एडिशन) के तहत दिया गया है। यही
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यह सम्मान डॉ. कंवर को उनकी दूरदर्शिता, वैल्यू-बेस्ड लीडरशिप और ट्रांसलेशनल मेडिसिन को आगे बढ़ाने के प्रयासों के लिए दिया गया। फॉर्चुना मैगजीन ने उन्हें भारत में ट्रांसलेशनल मेडिसिन को नई दिशा देने वाली पहली वैज्ञानिक बताया है।
यह सूची हेल्थकेयर और बायोमेडिकल इनोवेशन में दुनियाभर के टॉप 100 लीडर्स को सम्मानित करती है।
शोध और नवाचार में आगे
- अब तक 300 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित
- 133 हाई-इंपैक्ट जर्नल आर्टिकल्स, 26 पुस्तक अध्याय
- 22 अंतरराष्ट्रीय पेटेंट, जो अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सिंगापुर और न्यूजीलैंड में दर्ज
- नैनोमेडिसिन, रिजनरेटिव मेडिसिन, ट्रांसलेशनल रिसर्च और ड्रग डिस्कवरी में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता
नई पहल और उपलब्धियां
- 2024 में भारत का पहला एमएससी इन ट्रांसलेशनल मेडिसिन प्रोग्राम शुरू किया
- ऐसे रिसर्च और डायग्नॉस्टिक प्लेटफॉर्म विकसित किए, जो स्थानीय स्वास्थ्य आवश्यकताओं को वैश्विक मानकों से जोड़ते हैं।
एम्स भोपाल को समर्पित किया सम्मान डॉ. कंवर ने कहा, यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि एम्स भोपाल और भारतीय बायोमेडिकल रिसर्च समुदाय का है। हमारा लक्ष्य है कि हम भारत को हेल्थकेयर इनोवेशन में वैश्विक लीडर बनाएं। फॉर्चुना ग्लोबल एक्सीलेंस अवॉर्ड्स को सबसे विश्वसनीय अंतरराष्ट्रीय सम्मान माना जाता है। इसका चयन पूरी तरह पारदर्शी प्रक्रिया और विशेषज्ञ जूरी द्वारा किया जाता है। टाइम्स स्क्वायर पर नाम आने से एम्स भोपाल की ग्लोबल पहचान और मजबूत हो गई है।