Agri: नवंबर में ये 5 केमिकल फ्री सब्जी करेगी मालामाल, एक्सपर्ट से समझें किसानी

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Chemical free vegetables: अगर आप ठंड के दिनों में गमले में कई तरह की सब्जियों की खेती कर सकते हैं. लेकिन बेलों पर उगने वाली सब्जियों की खेती आसानी से हो सकती है. ऐसे में आप मटर, तोरई, लौकी, कद्दू , परवल, सेमी और पोपट की सब्जियों की खेती कर सकते हैं.

सर्दियों की खास बात ये भी है कि आम लोग घर में कुछ सब्जियों की खेती करते हैं. ऐसे में बेलों वाली सब्जियों की खेती कर सकते हैं. ये सब्जियों की खेती से किसानों को काफी फायदा हो सकता है. ऐसे में बेल वाली सब्जियों की खेती में तोरई, लौकी, कद्दू और परवल जैसे सब्जियों की खेती से आपको फायदा मिल सकता है. इससे न सिर्फ आपको बाजार से सब्जियां खरीदने से बल्कि केमिकल फ्री सब्जी से भी मुक्ति मिल सकती है.

अगर आप ठंड के दिनों में गमले में कई तरह की सब्जियों की खेती कर सकते हैं. लेकिन बेलों पर उगने वाली सब्जियों की खेती आसानी से हो सकती है. ऐसे में आप मटर, तोरई, लौकी, कद्दू , परवल, सेमी और पोपट की सब्जियों की खेती कर सकते हैं.

अगर आप ठंड के दिनों में गमले में कई तरह की सब्जियों की खेती कर सकते हैं. लेकिन बेलों पर उगने वाली सब्जियों की खेती आसानी से हो सकती है. ऐसे में आप मटर, तोरई, लौकी, कद्दू , परवल, सेमी और पोपट की सब्जियों की खेती कर सकते हैं.

घर में सब्जियों की खेती करने के लिए आपको कुछ चीजों की जरूरत पड़ सकती है. इसमें सब्जियों के बीज, छेद वाला गमला, अच्छी गुणवत्ता मिट्टी, गोबर खाद और पानी का छिड़काव करने वाला यंत्र. वहीं, बेलों को सहारा देने के लिए रस्सी और बांस की लठ्ठ की जरूरत पड़ेगी.

घर में सब्जियों की खेती करने के लिए आपको कुछ चीजों की जरूरत पड़ सकती है. इसमें सब्जियों के बीज, छेद वाला गमला, अच्छी गुणवत्ता मिट्टी, गोबर खाद और पानी का छिड़काव करने वाला यंत्र. वहीं, बेलों को सहारा देने के लिए रस्सी और बांस की लठ्ठ की जरूरत पड़ेगी.

गमले में खेती करने के लिए आपको छेद वाला गमला लेना है. इसमें आपको अच्छी गुणवत्ता की मिट्टी और गोबर खाद मिलाकर भरना है. वहीं, इसमें हल्की सिंचाई करना है ताकी नमी बनी रहे.

गमले में खेती करने के लिए आपको छेद वाला गमला लेना है. इसमें आपको अच्छी गुणवत्ता की मिट्टी और गोबर खाद मिलाकर भरना है. वहीं, इसमें हल्की सिंचाई करना है ताकी नमी बनी रहे.

गमले में बेलों को उगाने के लिए आपको बीजों को कम से कम 6 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखें. इसके बाद बीज अंकुरित हो जाएंगे. इसके बाद आधा इंच गहराई में गमले में बीजों को डाल दें. इसके हफ्ते भर में बेल निकलना शुरू हो जाएगा.

गमले में बेलों को उगाने के लिए आपको बीजों को कम से कम 6 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखें. इसके बाद बीज अंकुरित हो जाएंगे. इसके बाद आधा इंच गहराई में गमले में बीजों को डाल दें. इसके हफ्ते भर में बेल निकलना शुरू हो जाएगा.

अगर आप बालकनी में खेती कर रहे है. तब बेले आपको परेशान कर सकते हैं. ऐसे में आप बालकनी बेलों को व्यवस्थित करने के लिए रस्सियां बांध कर बेलों को सहारा दे सकते हैं. इससे बेल व्यवस्थित लगेंगे और उस पर ज्यादा से फल लगेंगे.

अगर आप बालकनी में खेती कर रहे है. तब बेले आपको परेशान कर सकते हैं. ऐसे में आप बालकनी बेलों को व्यवस्थित करने के लिए रस्सियां बांध कर बेलों को सहारा दे सकते हैं. इससे बेल व्यवस्थित लगेंगे और उस पर ज्यादा से फल लगेंगे.

अगर आपके घर में जगह है, तो आप अपने किचन गार्डन में मटर लगा सकते हैं. इसमें सारी प्रक्रिया वैसी ही रहेगी जैसे दूसरी सब्जियों में थी. बस फर्क ये रहेगा कि बुआई का तरीका बदल जाएगा. इसमें आप आधा इंच गहराई पर बीज बोए और पौधे से पौधे की दूरी लगभग 12 से 15 इंच की रखना चाहिए.

अगर आपके घर में जगह है, तो आप अपने किचन गार्डन में मटर लगा सकते हैं. इसमें सारी प्रक्रिया वैसी ही रहेगी जैसे दूसरी सब्जियों में थी. बस फर्क ये रहेगा कि बुआई का तरीका बदल जाएगा. इसमें आप आधा इंच गहराई पर बीज बोए और पौधे से पौधे की दूरी लगभग 12 से 15 इंच की रखना चाहिए.

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