जरूरत की खबर- बाजार में मिल रहा मिलावटी साबूदाना: खाने से हो सकती हैं ये 7 हेल्थ प्रॉब्लम्स, 5 घरेलू टेस्ट से करें असली की पहचान

21 मिनट पहले

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साबूदाना सिर्फ व्रत का खाना नहीं रह गया है, अब यह कई लोगों की हेल्दी डाइट का हिस्सा बन चुका है। साबूदाना की खिचड़ी, खीर या पकोड़े न सिर्फ पेट भरते हैं बल्कि तुरंत एनर्जी भी देते हैं। लेकिन बाजार में मिलने वाला हर साबूदाना शुद्ध नहीं होता है। कुछ दुकानदार ज्यादा मुनाफे के लिए इसे पॉलिश और केमिकल से तैयार करते हैं, जिससे यह दिखने में तो अच्छा लगता है लेकिन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप असली और मिलावटी साबूदाने की पहचान करना जानें, ताकि आप और आपका परिवार सुरक्षित रहें।

तो चलिए, जरूरत की खबर में बात करेंगे कि मिलावटी साबूदाने की पहचान कैसे करें। साथ ही जानेंगे कि-

  • मिलावटी साबूदाने को कैसे बनाया जाता है?
  • मिलावटी साबूदाने से कौन से हेल्थ रिस्क हो सकते हैं?

एक्सपर्ट: डॉ. अनु अग्रवाल, न्यूट्रिशनिस्ट और ‘वनडाइटटुडे’ की फाउंडर

सवाल- साबूदाना क्या होता है और यह किस चीज से बनता है?

जवाब- साबूदाना टैपिओका नामक पौधे की जड़ (कसावा) से तैयार किया जाता है। इसकी जड़ों से स्टार्च निकाला जाता है, जिसे छोटे-छोटे मोती जैसे दानों में प्रोसेस कर सुखाया जाता है।

सवाल- मिलावटी साबूदाना कैसे बनता है?

जवाब- कुछ लोकल और अनऑथराइज्ड मैन्युफैक्चरर्स साबूदाना सस्ता बनाने के लिए इसमें केमिकल्स, सिंथेटिक स्टार्च या आलू और चावल का रिफाइंड आटा मिलाते हैं। कई बार इसे चमकदार बनाने के लिए पॉलिश में पाउडर ब्लीचिंग एजेंट्स का इस्तेमाल भी किया जाता है।

सवाल- मिलावटी साबूदाना खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं?

जवाब- मिलावटी साबूदाने में मौजूद केमिकल्स पेट में गैस, अपच, उल्टी-दस्त और लिवर पर असर डाल सकते हैं। इसे खाने से बच्चों और बुजुर्गों को फूड पॉइजनिंग हो सकती है।

सवाल- क्या घर पर मिलावटी और असली साबूदाने की पहचान कर सकते हैं?

जवाब- आजकल कई जगह मिलावटी साबूदाना बिक रहा है, जिसमें सोडियम हाइपोक्लोराइट, कैल्शियम हाइपोक्लोराइट, ब्लीच, फॉस्फोरिक एसिड और सल्फ्यूरिक एसिड जैसे हानिकारक केमिकल मिलाए जाते हैं। ये सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हैं। इसलिए घर पर ही आप कुछ आसान टेस्ट करके असली और मिलावटी साबूदाने की पहचान कर सकते हैं।

सवाल- व्रत में साबूदाना क्यों खाया जाता है?

जवाब- व्रत के दौरान शरीर को तुरंत एनर्जी देने वाले फूड की जरूरत होती है और साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। यह पेट पर हल्का होता है और जल्दी डाइजेस्ट हो जाता है। इसलिए इसे उपवास में शामिल किया जाता है।

सवाल- बाजार से साबूदाना खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?

जवाब- इसे नीचे दिए कुछ पॉइंट्स में देख सकते हैं।

पैकेट सील हो

हमेशा साबूदाना ऐसा लें, जो अच्छे से पैक हो। खुला या फटा हुआ पैकेट न लें क्योंकि उसमें नमी या कीड़े आ सकते हैं। अगर पैकेट पारदर्शी (जिसमें अंदर दिखे) हो तो और अच्छा है।

साबूदाने के समान हों

सही साबूदाने के दाने सफेद, साफ और एक जैसे आकार के होने चाहिए। टूटे हुए, बहुत छोटे-बड़े या काले दाग वाले दाने न लें।

अजीब गंध तो नहीं आ रही

साबूदाने से कोई अजीब, खट्टी या बासी गंध नहीं आनी चाहिए। अगर गंध आती है तो उसे न खरीदें।

एक्सपायरी डेट जरूर देखें

पैकेट पर बनी मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट देखें। कोशिश करें कि हाल ही में बना हो और उसकी एक्सपायरी डेट दूर हो।

ब्रांड और लाइसेंस देखें

जाने-माने ब्रांड का साबूदाना लें और पैकेट पर FSSAI जैसी किसी सरकारी मंजूरी का निशान हो, यह भी देखें।

सूखा और अलग-अलग दाने हों

साबूदाना सूखा होना चाहिए। अगर दाने आपस में चिपके हों या नमी लगे, तो वह खराब हो सकता है।

सवाल- क्या मिलावटी साबूदाना पकने में फर्क करता है?

जवाब- हां, असली साबूदाना पकने पर नरम और थोड़ा पारदर्शी हो जाता है। लेकिन मिलावटी साबूदाना पकने के बाद भी अंदर से कड़ा रहता है और चिपचिपा भी हो सकता है।

सवाल- क्या बच्चों को साबूदाना देना सुरक्षित है?

जवाब- अगर साबूदाना शुद्ध है तो बच्चों को दिया जा सकता है क्योंकि यह उन्हें ताकत देता है। लेकिन अगर उसमें मिलावट हो तो यह बच्चों के पेट को खराब कर सकता है।

सवाल- क्या साबूदाना घर पर लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है?

जवाब- हां, साबूदाने को एयरटाइट डिब्बे में सूखी और ठंडी जगह पर रखने से यह महीनों तक खराब नहीं होता। खासकर बरसात के मौसम में इसे नमी और कीड़ों से बचाने के लिए डिब्बे में नीम की पत्तियां या तेजपत्ता भी रखा जा सकता है।

सवाल- साबूदाने में मिलावट रोकने के लिए क्या सरकार की तरफ से कोई निगरानी होती है?

जवाब- भारत में FSSAI (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) खाद्य उत्पादों की क्वालिटी पर निगरानी रखती है। अगर कोई उत्पाद मानकों पर खरा नहीं उतरता, तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है। ग्राहक FSSAI पोर्टल या एप पर शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं।

सवाल- मिलावटी साबूदाने से जुड़ी शिकायत कहां करें?

जवाब- अगर आपको किसी ब्रांड के साबूदाने में मिलावट का शक हो तो आप FSSAI की वेबसाइट (www.fssai.gov.in) या ‘Food Safety Connect’ मोबाइल एप पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। साथ ही राज्य के फूड इंस्पेक्टर या लोकल हेल्थ डिपार्टमेंट से भी संपर्क किया जा सकता है।

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