Last Updated:
Kaddu Bhampa Recipe: कद्दू भांपा झारखंड का पारंपरिक व्यंजन है, जो हल्का, सुपाच्य और कम तेल-मसाले वाला होता है. यह व्रत, बीमारियों और डाइटिंग के लिए उपयुक्त है. महज 15 मिनट में बनकर तैयार हो जाता है.
हाइलाइट्स
- कद्दू भांपा झारखंड का पारंपरिक व्यंजन है
- यह हल्का, सुपाच्य और कम तेल-मसाले वाला होता है
- व्रत, बीमारियों और डाइटिंग के लिए उपयुक्त है
इस व्यंजन की खासियत है कि यह बहुत ही साधारण सामग्री से बनता है. लेकिन स्वाद में किसी भी मसालेदार सब्जी से कम नहीं होता. झारखंड के गांवों से लेकर शहरों तक, लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं. खास बात यह भी है कि इसमें न तो ज्यादा तेल लगता है और न ही कोई भारी मसाले, इसलिए यह बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों के लिए भी पूरी तरह उपयुक्त होता है.
कद्दू भांपा बनाने के लिए सबसे पहले आपको कद्दू और लौकी की जरूरत होगी. इन्हें छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लीजिए. अब एक कढ़ाई में एक से दो चम्मच तेल गर्म करें. जब तेल गर्म हो जाए, तो उसमें थोड़ा सा जीरा , तेज पत्ता और एक सूखी लाल मिर्च डालें. जब जीरा चटकने लगे, तो उसमें कटा हुआ कद्दू और लौकी डाल दें. इन्हें हल्के हाथों से मिलाएं और फिर ऊपर से थोड़ा हल्दी पाउडर और स्वादानुसार नमक डालें.
अब कढ़ाई को ढककर सब्जी को मध्यम आंच पर करीब 15 मिनट तक पकने दें. बीच-बीच में एक बार खोलकर हल्के हाथों से चलाते रहें ताकि नीचे न लगे. जब कद्दू और लौकी दोनों अच्छी तरह से नरम हो जाएं, तो समझिए कि आपका स्वादिष्ट और पौष्टिक कद्दू भांपा तैयार है.
क्यों है खास?
इस व्यंजन में ना तो प्याज है, ना लहसुन, फिर भी इसका स्वाद गजब का होता है. यह शरीर को ठंडक देता है, जल्दी पचता है और पेट को हल्का रखता है. यही वजह है कि पर्व-त्योहारों के व्रत वाले खाने में यह खास जगह रखता है. कद्दू भांपा एक ऐसा व्यंजन है जो हमें याद दिलाता है कि स्वाद और सेहत, दोनों एक साथ भी मिल सकते हैं. अगर रसोई में परंपरा और सादगी के साथ पकाया जाए. अगली बार जब हल्का और हेल्दी खाना बनाने की सोचें, तो इस झारखंडी स्वाद को ज़रूर आज़माएं.
.