घर की छत या बालकनी में कैसे उगाएं ‘पंचायत के प्रधान जी’ जैसी अच्छी लौकी, जानें ये 5 धांसू टिप्स

देहरादून : आज के दौर में जहां लोग हेल्दी खाने की तलाश में महंगे ऑर्गेनिक स्टोरों के चक्कर काट रहे हैं, वहीं अब एक नया ट्रेंड जोर पकड़ रहा है, छत पर किचन गार्डन का. अगर आप भी सब्जियों में केमिकल से परेशान हैं, तो अब वक्त आ गया है कि आप खुद अपनी सब्जियां उगाना शुरू (Grow vegetables on rooftop) करें वो भी अपने घर की छत पर. आजकल बाजार में मिलने वाली सब्जियों की खेती में केमिकल वाले उर्वरक और स्प्रे का अंधाधुंध इस्तेमाल किया जाता है. इससे उपज तो बढ़ जाती है, लेकिन सेहत को नुकसान भी उतना ही होता है. कैंसर, हार्मोनल असंतुलन, त्वचा रोग और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही हैं और इसका एक बड़ा कारण ये जहरीली सब्जियां भी हैं.

अगर आप सोच रहे हैं, मेरे पास ज़मीन कहां है? लेकिन हम कह रहे हैं ज़मीन नहीं, तो छत ही सही. आप अपने घर की छत या बालकनी में गमलों और ग्रो बैग्स की मदद से खुद की ऑर्गेनिक सब्जी (Organic and tasty vegetables) की फसल उगा सकते हैं और इस मौसम में जो सबसे मुफीद और आसान सब्जी है, वो है लौकी. बरसात में लौकी सबसे तेजी से बढ़ने वाली बेल वाली सब्जी है. नमी और गर्म मौसम इसके लिए एकदम अनुकूल होता है. साथ ही, ये पेट के लिए हल्की, पचने में आसान और पौष्टिक होती है. एक्सपर्ट होशियार सिंह ने उन तरीकों को साझा किया, जिसकी मदद से आप बिना की चिंता के घर पर ही सब्जी उगा सकते हैं. आइए, लौकी उगाने के पूरे सेटअप को समझते हैं.

बीज बोने का तरीका : लौकी के बीज 1 इंच गहराई में मिट्टी में डालें. एक गमले में 2-3 बीज काफी हैं. बोने के बाद हल्का पानी दें.

ग्रो बैग या गमला कैसा हो : कम से कम 15-20 लीटर क्षमता वाला गमला (Grow vegetables in pots) चुनें. नीचे छेद होना जरूरी है ताकि पानी जमा न हो और बीज न सड़ें. गमला बड़ा होने से बेल की जड़ें मजबूत रहेंगी और ये सब्जी लगते ही जल्दी नहीं सूखेगी.

मिट्टी में ये चीज़ें भी ज़रूरी : 50% उपजाऊ मिट्टी, 30% गोबर की खाद और 20% रेत या कोकोपीट बेहद ज़रूरी है. यह मिश्रण पौधे को मजबूत और तेजी से बढ़ने में मदद करेगा. जिसे अक्सर लोग नज़रअंदाज़ करते हैं.

धूप और पानी का रखें खास ध्यान : लौकी को रोजाना कम से कम 5-6 घंटे सीधी धूप मिलनी चाहिए. बेल को ऊपर चढ़ाने के लिए जाली, रस्सी या बांस लगाना जरूरी है. बारिश हो तो पानी कम दें, नहीं तो हर 2-3 दिन में हल्का पानी जरूर दें. हर 15 दिन में जैविक खाद जैसे गोबर खाद या वर्मी कम्पोस्ट डालें.

भूल जाएंगे बाजार की लौकी
लौकी न केवल शरीर को ठंडक देती है, बल्कि यह वजन कम करने, हाई बीपी कंट्रोल करने और पाचन सुधारने में भी मदद करती है. अब आपको क्या करना है? जानिए लौकी के बीज लाइए, गमले तैयार कीजिए और इस मानसून में शुरुआत कीजिए अपने ग्रीन मिशन के साथ. जब पहली लौकी अपने हाथ से तोड़ेंगे तो बाजार की सब्जी आपको कभी स्वादिष्ट नहीं लगेगी. तो तैयार हैं आप? किचन गार्डन बनाइए और ताजी सब्जी खुद उगाइए.

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