Dollar vs Rupee: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 25 परसेंट टैरिफ लगाने और रूस से कच्चे तेल व हथियार खरीदने के चलते जुर्माना लगाने के बावजूद आज डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती देखी गई.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दखल दिए जाने की आशंका को देखते हुए गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर से 14 पैसे बढ़कर 87.66 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि तीन साल में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट यानी कि 89 पैसा लुढ़कने के बाद अब रुपये को अपनी खोई हुई जमीन वापस मिल गई है. हालांकि, यह अभी भी नकारात्मक रूख के साथ कारोबार कर रहा है.
अब तक इतना गिरा रुपया
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 87.66 पर खुला और फिर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.74 के शुरुआती निचले स्तर को छू गया. रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.80 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था. फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स LLP के ट्रेजरी हेड और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनिल कुमार भंसाली का कहना है, ”अप्रैल में 83.75 के हाई लेवल पर पहुंचने के बाद रुपये में अब तक 3 परसेंट से अधिक की गिरावट आ चुकी है. अब ट्रंप के टैरिफ और जुर्माना लगाने की खबरों के बाद इसमें और गिरावट आने की संभावना है.”
डॉलर इंडेक्स में आई गिरावट
इसके अलावा, दुनिया में छह मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती और कमजोरी को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.03 परसेंट गिरकर 99.78 पर आ गया. ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें 0.19 परसेंट की गिरावट के साथ 73.10 डॉलर प्रति बैरल पर आ गईं. इस बीच, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें स्थिर रखीं और संकेत दिया कि दरों में कटौती पर फैसला करना अभी जल्दबाजी होगी, जिससे जुलाई महीने भर के लिए डॉलर को सहारा मिला.
ये भी पढ़ें:
ट्रंप के 25 परसेंट टैरिफ से मची हलचल, भराभराकर गिरे टेक्सटाइल कंपनियों के शेयर; 9 परसेंट तक टूटा भाव
.