हेल्दी और फिट रहने के लिए घर पर ऐसे तैयार करें मल्टीग्रेन आटा, सेहत के लिए है फायेदमंद, जान लें तरीका 

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Multigrain Health Benefits: स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार आवश्यक है. गेहूं की रोटी के स्थान पर मल्टीग्रेन आटा अपनाकर अपनी डाइट को पौष्टिक और संतुलित बनाएं. इसमें मौजूद फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स पाचन तंत्र क…और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • सेहद के लिए फायदेमंद है मल्टीग्रेन आटा
  • डायबिटीज को कंट्रोल करने में है सहायक
  • गेहूं, बाजरा, मक्का, रागी, चना से तैयार कर सकते हैं आटा
हैदरबाद. स्वस्थ और फिट रहने के लिए संतुलित आहार का होना अत्यंत आवश्यक है. आजकल के व्यस्त जीवन में जहां अधिकतर लोग गेहूं के आटे की रोटी खाना पसंद करते हैं, वहीं आप इसे मल्टीग्रेन आटे से बदलकर अपनी डाइट को और भी पौष्टिक बना सकते हैं. मल्टीग्रेन आटा न केवल पाचन तंत्र को मजबूत करता है, बल्कि इसमें मौजूद विटामिन्स, मिनरल्स, और फाइबर शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और कई बीमारियों से बचाते हैं.

मल्टीग्रेन आटा एक मिश्रित आटा है, जो विभिन्न प्रकार के अनाजों और दालों से तैयार होता है. यह साधारण गेहूं के आटे से कहीं अधिक पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें मिलाए गए अनाज न केवल शरीर को आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं, बल्कि यह दिल, पाचन, और मस्तिष्क की सेहत को भी बेहतर बनाते हैं.

मल्टीग्रेन आटा बनाने की सामग्री

मल्टीग्रेन आटा बनाने के लिए आपको कुछ साधारण और घरेलू सामग्री चाहिए होती है. जिसमें मुख्य रूप से गेहूं, बाजरा, ज्वार, रागी, मक्का, भूना चना, सोयाबीन,अलसी आदि शामिल है. सभी अनाजों को अच्छी तरह से धोकर सूखा लें.अब इन्हें एक-एक करके मिक्सी या आटा चक्की में पीसकर बारीक आटा तैयार कर लें. सभी आटों को एक बड़े बर्तन में अच्छे से मिला लें. मिश्रण को एयरटाइट कंटेनर में भरकर रखें. अब आप इस आटे का इस्तेमाल अपनी डाइट में कर सकते हैं.

मल्टीग्रेन आटा फाइबर से भरपूर होता है, जो कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है और पाचन को बेहतर बनाता है. इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है और डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है. यह आटा शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और लंबे समय तक पेट को भरा हुआ रखता है, जिससे ओवरईटिंग की संभावना कम होती है. मल्टीग्रेन आटे में कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत रखते हैं.

वहीं अगर किसी व्यक्ति को किसी अनाज से एलर्जी है, तो वह उस अनाज को हटाकर अन्य अनाज का इस्तेमाल कर सकता है. मल्टीग्रेन आटे की रोटी थोड़ी भारी होती है, इसलिए शुरुआत में इसे कम मात्रा में खाएं. इसे अपनी नियमित डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर या डाइटीशियन से सलाह लेना बेहतर होता है.

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घर पर ऐसे बना सकते हैं मल्टीग्रेन आटा, सेहत के लिए है फायेदमंद, जान लें तरीका 

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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