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Fake Apples: कहावत है हर चमकती हुई चीज सोना नहीं होती. इसी तरह चमक-धमक दिखने वाला सेब असली नहीं हो सकता है. पर सवाल है कि इसकी पहचान कैसे करें. तो आइए हम आपको बताते हैं कि इसकी पहचान कैसे करें.
इन दिनों बाजार में नकली फल और सब्जियां तेजी से बढ़ रही हैं. ये हमारी हेल्थ के लिए अच्छे नहीं होते और शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं. खासतौर पर सेब में भी यह समस्या देखी जा रही है. जानकारी के अनुसार देखने में आकर्षक और सुंदर दिखाने के लिए व्यापारियों द्वारा सेबों पर कृत्रिम रसायन, प्लास्टिक कोटिंग और कृत्रिम रंगों का उपयोग किया जा रहा है. नकली सेबों को मोम लगाकर चमकदार बनाया जाता है. ऐसे फलों का सेवन लंबे समय में हमारे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है.

नकली फलों की पहचान कैसे करें-सिर्फ सेब ही नहीं बल्कि कोई भी फल या सब्जी जो सामान्य से हटकर बहुत ज्यादा चमकदार या बहुत गहरे रंग की हो, उसके नकली होने की आशंका होती है. इसलिए खरीदते समय हमें बहुत सतर्क और जागरुक रहना चाहिए. प्राकृतिक रूप से उगाए गए सेब में हल्की सी चमक होती है और उसका रंग भी प्राकृतिक होता है. वहीं नकली सेब में असामान्य रूप से अधिक चमक देखने को मिलती है, जो रसायन कोटिंग का स्पष्ट संकेत है. सेब खरीदते समय आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए. बाजार में फलों की चमक देखकर धोखा खाने के बजाय, उनकी प्राकृतिक विशेषताओं को पहचानना सीखना ज़रूरी है.

सेब की बाहरी त्वचा पर मौजूद पैटर्न पर ध्यान दें. रंगों की तरह, यह पैटर्न भी यह पहचानने में मदद करेगा कि आप किस प्रकार का सेब खा रहे हैं. इन पैटर्नों को टेक्सचर भी कहा जाता है, जो धारीदार, धब्बेदार, गुलाबी आभायुक्त, चिकना, खुरदुरा या एक समान हो सकते हैं. अगर आपका सेब लाल रंग का है और उसमें पीले रंग की कुछ धारियाँ या धब्बे दिख रहे हैं, तो वह ‘कैमियो’ या ‘जोना गोल्ड’ सेब हो सकता है। वहीं, अगर उसमें लाल के मुकाबले पीला रंग अधिक है, तो वह ‘गाला’ सेब हो सकता है.

सुगंध से नकली फलों की पहचान-खाद्य सुरक्षा सहायक आयुक्त डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा का कहना है, प्राकृतिक सेब में एक मीठी और प्राकृतिक खुशबू होती है. जब हम फल को सूंघते हैं, तो हमें एक खास और मीठी महक मिलती है लेकिन नकली या रसायन से युक्त फलों में रासायनिक गंध हो सकती है या उनमें कोई महक नहीं होगी या फिर एक अजीब और अप्रिय गंध हो सकती है. इसलिए सेब खरीदने से पहले उसे सूंघना बहुत ज़रूरी है. फल की खुशबू ही उसके असली या नकली होने का संकेत देती है. यह आसान टिप हमारे लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है.

परीक्षण विधि: सबसे पहले, सेब को आधा काटकर उसके अंदरूनी हिस्से को ध्यान से देखें. नकली सेब में, बाहर और अंदर का रंग मेल नहीं खा सकता है. अंदर का रंग अलग या असामान्य हो सकता है. इसके बाद, सेब का एक छोटा टुकड़ा पानी में डालें. प्राकृतिक सेब की घनता अधिक होती है, इसलिए वह पानी में डूब जाएगा. वहीं, अगर वह नकली सेब है, तो वह पानी में तैरेगा. क्योंकि उसमें इस्तेमाल किए गए रसायन, वैक्स या प्लास्टिक की कोटिंग उसकी घनता को कम कर देती है. नकली सेब की पहचान करने के लिए यह एक बेहद विश्वसनीय तरीका है.

मौसमी फलों और सब्जियों को चुनना एक बहुत ही महत्वपूर्ण और लाभकारी बात है, क्योंकि मौसमी फलों और सब्जियों में मिलावट की संभावना कम होती है. इसलिए, आपको मौसम के अनुसार मिलने वाले फलों और सब्जियों पर अधिक ध्यान देना चाहिए. मौसमी फल हर दिन ताज़ा रूप से काटे जाते हैं और आसानी से ताजगी के साथ उपलब्ध रहते हैं. वहीं, जो फल उस मौसम में नहीं पाए जाते, उन्हें लंबे समय तक सुरक्षित रखने या ताज़ा दिखाने के लिए अधिक प्रयास किए जाते हैं, जिससे उनमें मिलावट की संभावना बढ़ जाती है.